1998 Best Psychological Thriller Bollywood Movie: साइको थ्रिलर वाली फ़िल्में भारत में भी बहुत पसंद की जाती हैं. इसकी शुरुआत हुई थी 1998 में आई एक मूवी से. इसमें एक साइको किलर दिखाया गया था.
साइकोपैथ था विलेन का किरदार
फ़िल्म का ये लीड विलेन था, जो दिखने में बड़ा ख़तरनाक था और लगातार कई ख़ून कर चुका था. हिरोईन की बहन भी उसका शिकार बनती है. फिर शुरू होता है इस किलर को पकड़ने की कोशिश.इसमें हिरोइन का साथ देता है एक अंधा शख़्स. दोनों मिलकर जिस तरह से किलर को पकड़ते हैं और उससे पहले लड़ते दिखाई देते हैं, वो लोगों को काफ़ी पसंद आया था.
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शाहरुख़, सलमान जैसे बड़े सितारों ने कर दिया था रिजेक्ट
मज़े की बात ये है कि इस अंधे शख़्स के इस किरदार को पहले कई बड़े स्टार्स को ऑफ़र हुआ था जैसे, शाहरुख़ ख़ान, सलमान ख़ान, आमिर ख़ान, अरबाज ख़ान, बॉबी देओल और अजय देवगन. मगर सबने इंकार कर दिया. यहां तक कि फ़िल्म का लीड रोल भी मनीषा कोइराला को दिया गया था, लेकिन बाद में ये काजोल को मिल गया. अंधे शख़्स के रोल में दिखाई दिए थे संजय दत्त (Sanjay Dutt) और विलेन थे आशुतोष राणा.
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विलेन के रोल में छा गया एक्टर
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि हम किस मूवी की बात कर रहे हैं. ये मूवी थी ‘दुश्मन’ (Dushman). इसमें आशुतोष राणा (Ashutosh Rana) ने एक वहशी किलर गोकुल पंडित का रोल प्ले किया था. इस रोल के लिए आशुतोष को बेस्ट विलेन का फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड भी मिला था. आशुतोष ने ये किरदार ऐसा निभाया कि पर्दे पर उन्हें देखने वाले डर जाएं. उनकी आवाज़ और चेहरे के एक्सप्रेशन ऐसे थे कि वो रियल के साइकोपैथ लग रहे थे.
10 करोड़ रुपये की हुई कमाई
इस किरदार को निभाने के बाद आशुतोष के करियर को एक नई दिशा मिली थी. वहीं बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला था इस मूवी की डायरेक्टर तनुजा चंद्रा (Tanuja Chandra) को. फ़िल्म का बजट क़रीब 4 करोड़ रुपये था. इसमें बॉक्स ऑफ़िस पर लगभग 10 करोड़ रुपये का बिज़नेस किया था. काजोल (Kajol) ने भी ये मूवी करने से पहले तो मना कर दिया था.
क्योंकि इसमें एक रेप सीन था, मगर जब प्रोड्यूसर पूजा भट्ट ने कहा कि वो बॉडी डबल का इस्तेमाल करेंगे, तब जाकर काजोल भी इस मूवी को करने को तैयार हुई थीं. आज इस मूवी को काजोल, आशुतोष राणा और संजय दत्त के लिए ही याद किया जाता है.