दोस्तों गाने गाना और सुनना किसे पसंद नहीं? आज भी जब दोस्तों या घरवालों के साथ कभी भी महफ़िल जमती है या सफ़र में भी सबसे पहले अंताक्षरी ही खेली जाती है. अंताक्षरी में भी हम सबसे पहले वही गाने गाते हैं, जो हमें अच्छे से याद रहते हैं. 

एक ख़ूबसूरत गाने की निशानी होती है: उसके बोल सुनने वालों की ज़बान पर रहना.

बड़े बुज़ुर्ग अक़सर कहतें हैं, “अरे तुम्हारे ज़माने के गानों में वो बात कहां है, जो हमारे वक़्त में हुआ करती थी.” और हम उन्हें बता नहीं पाते कि ऐसा नहीं है, आज भी कुछ गाने ऐसे हैं, जो यादगार बन जाते हैं, जिन्हें गाना और सुनना कितना अच्छा लगता है.

हमने ऐसे ही कुछ गाने ढूंढ निकाले हैं, जो आज भी हमारी ज़बां पर रहते हैं:

1. ‘कैसी तेरी ख़ुदगुर्ज़ी न धूप चुने न छांव

कैसी तेरी ख़ुदगुर्ज़ी किसी ठौर टिके न पांव’

 ‘ये जवानी है दीवानी’ फ़िल्म के सारे गाने मशहूर हैं, पर इस गाने की बात ही कुछ और है.  

2. ‘तू सफ़र मेरा है तू ही मेरी मंज़िल

तेरे बिना गुज़ारा ए दिल है मुश्किल’

उफ़्फ़! ये लाइन्स तो ऐसी याद हुईं हैं की क्या बताएं? ‘ए दिल है मुश्किल’ का ये गाना हमारे दिलों पर राज कर रहा है.

3. ‘तू किसी रेल सी गुज़रती है, मैं किसी पुल सा थरथराता हूं!’

मसान’ का ये गीत दुष्यंत कुमार की लिखी कविता है. इतनी ख़ूबसूरत कविता को जब गाने का रूप मिला तो मानो ये हर दिल में बस गया.

4. ‘हम तेरे बिन अब रह नहीं सकते

तेरे बिना क्या वजूद मेरा’

ये गाना तो आपने कई बार सुना होगा. कभी रेडियो पर या कभी लोगों कि कॉलर ट्यून के रूप में. एक वक़्त था जब ये गाना हर दूसरे व्यक्ति का स्टेट्स या रिंगटोन बन गया था. आख़िर इसके बोल थे ही इतने लाजवाब.

5. ‘हो बह गया हंजुआं दा दरया

तेरे लई की की नैय करेया

वेख जीते जी मैं मरेया’

‘मनमर्जियां’ का ये गाना तो आते ही छा गया है और हमारे दिल की लिस्ट में हिट हो गया.

6. ‘अब कोई आस न उम्मीद बची हो जैसे,

तेरी फ़रियाद मगर मुझमें दबी हो जैसे’

 ‘तुम बिन’ की मशहूर ग़ज़ल ‘तेरी फ़रियाद’ को Recreate करके 2016 में ‘तुम बिन 2’ में इस्तेमाल किया गया. जगजीत सिंह की आवाज़ के साथ रेखा भारद्वाज की आवाज़ ने इस ग़ज़ल को एक अलग ही Feel दे दी.

7. ‘जो दिल से लगे उसे कह दो Hi Hi Hi Hi!’

 ‘डिअर ज़िन्दगी’ का ये प्यारा सा गाना दिल को इतना सुकून देता है, मानो दिल को धीरे से कुछ समझा रहा हो. क्यों है न?

8. ‘मैनु इश्क़ तेरा ले डूबा!’

‘अय्यारी’ का ये गाना तन्हाई के पलों में हमारा साथी बन जाता है.

9. ‘वक़्त है तो जीने दे दर्द है तो सीने दे,

ख्वाहिशें अंजान है अब क्या करें?’

‘पिकू’ का ये गाना हर रोड ट्रिप की धड़कन बनकर हमारी गाड़ियों में धड़कता है, आख़िर इसके बोल हैं ही इतने बेफ़िक्रे.

10. ‘आज से तेरी सारी गलियां मेरी हो गयी,

आज से मेरा घर तेरा हो गया’

कौसर मुनीर द्वारा लिखे पैडमैन फ़िल्म के इस गाने के बोल इतने प्यारे हैं कि ये सबका चहेता बन गया है.

11. ‘तू साथ है, हो दिन रात है

परछाइयां बतलाये,

तू साथ है हो दिन रात है

साया साया माही वे माही वे’

‘हाइवे’ का ये गाना हमारे लबों पर ऐसी मुस्कुराहट छोड़ जाता है, जैसे ठंडी हवा का कोई झोंका चेहरे पर महसूस हुआ हो!

12. ‘इक्क कुड़ी जिदा नाम मोहब्बत

ग़ुम है, ग़ुम है, ग़ुम है’

‘उड़ता पंजाब’ का ये गाना हम आज तक गुनगुना रहें हैं. बस इतना कह देना ही काफ़ी है.

13. ‘कहते हैं खुदा ने इस जहां में सभी के लिए

किसी न किसी को है बनाया हर किसी के लिए’

ये गाना तो सचमुच दिल को उम्मीदों से बांध देता है कि हां कोई न कोई हमारे लिए भी बनाया गया है!

14. ‘कजरा सियाही, दिन रंग जाए तेरी कस्तूरी रैन जगाये

मन मस्त मगन मन मस्त मगन बस तेरा नाम दोहराए’

‘2 स्टेट्स’ का ये गाना ख़्वाब सजाने में मदद करता है, और इसके बोल में छिपे एहसास कितना कुछ कह जाते हैं.

15. ‘मेरी हर मनमानी बस तुम तक,

बातें बचकानी बस तुम तक’

रांझना फ़िल्म का ये गाना ए.आर. रहमान के बेशक़ीमती संगीत से तो सजाया गया ही है और साथ ही इसके सुन्दर बोल बहुत गहरे हैं.

16. ‘रुक रुक के कहते हैं

झुक झुक के रहते हैं दिल का मिज़ाज इश्क़िया’

डेढ़ इश्क़िया के इस गाने ने तो हम सभी के मिज़ाज बदल दिए थे, ये गाना आज भी दिल को मोम कर के जज़्बातों को पिघला देता है!

17. ‘कहते हैं हर एक दिल में छुपा कहीं प्यार है,

बस पहचाने तो कोई’

रेखा भारद्वाज की आवाज़ और लाजवाब बोल, ये गाना सबकी प्लेलिस्ट में मौजूद रहता है, फिर चाहे ‘हैप्पी एंडिंग’ किसी को याद हो न हो!

18. ‘तैनू तकदा रवां बातों पे तेरी हंसदा रवां

पागल मैं ख़ुद नू बनांदा रवां’

‘हंसी तो फंसी’ का ये गाना सादगी और मोहब्बत का एक बेजोड़ मेल है.

19. ‘ह हां है जज़्बा, ह हां है जज़्बा सुल्झा देंगे उल्झे रिश्तों का मांझा’

‘काई पो छे’ का ये गीत दिल ख़ुश कर देने वाला है, इसमें आज भी वही ताज़गी है जैसे मानो पहली बार सुना हो.

20.’हम चीज़ हैं बढ़े काम की…यारम, हमें काम पे रख लो कभी…यारम’

‘एक थी डायन’ चाहे डरावनी रही हो, लेकिन इस फ़िल्म का गाना ‘यारम’ बेहद यादगार है. इस गाने के बोल कुछ इस कदर रोज़मर्रा से लगते हैं कि इसे कभी भी मज़े-मज़े में गुनगुनाया जा सकता है.

दोस्तों ये तो थी हमारी प्लेलिस्ट उन गानों की जिनके बोल इतने हंसी हैं कि अबतक मन में बसते हैं, अगर आप भी कोई ऐसा गाना जानते हैं, जो हमसे मिस हो गया हो तो कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताइयेगा.