सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्में देखना हर किसी को पसंद होता है. बॉलीवुड में भी एक से बढ़कर एक सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्में बनी हैं. आज हम बॉलीवुड की कुछ ऐसी ही फ़िल्मों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिनके सस्पेंस को लेकर दर्शकों के मन में दुविधा थी लेकिन सिनेमा हॉल से बाहर निकलते ही उनके चेहरे पर स्माइल आ गई .
तो चलिए बॉलीवुड की ऐसी ही 20 फिल्मों के बारे में जानते हैं, जिन्होंने अपने सस्पेंस और थ्रिल से दर्शकों को वाह करने पर मजबूर कर दिया-
1. कहानी (2012)
ये फ़िल्म अपनी शानदार कहानी और सस्पेंस के लिए दर्शकों की पहली पसंद रही है. कोलकाता मेट्रो हादसे के विषय को लेकर बनी इस फ़िल्म ने हर किसी को चौंका दिया था. विद्या बालन की शानदार एक्टिंग ने इस फ़िल्म को कई अवॉर्ड भी दिलाए.
2. रेस (2008)
निर्देशक अब्बास मस्तान की ये फ़िल्म बॉलीवुड की अब तक की मोस्ट स्टाइलिश एक्शन थ्रिलर फ़िल्म है. सैफ़ अली ख़ान, अक्षय खन्ना, बिपाशा बासु, अनिल कपूर और अमीषा पटेल स्टारर इस एक्शन थ्रिलर फ़िल्म को दर्शकों ने ख़ूब पसंद किया था.
3. वज़ीर (2016)
अमिताभ बच्चन, फ़रहान अख़्तर और नील नितिन मुकेश स्टारर इस सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म को भले ही दर्शकों का प्यार न मिला हो, लेकिन इस फ़िल्म को एक बार तो देखा ही जा सकता है.
4. स्पेशल 26 (2013)
नीरज पांडे की ये फ़िल्म वाकई में शानदार फ़िल्म थी. नकली CBI ऑफ़िसर्स की एक टीम किस जोश और कॉन्फ़िडेंस के साथ नेताओं और उद्योग पतियों के घर रेड मारती है, वही इसमें दिखाया गया है.
5. तलाश (2012)
आमिर ख़ान और करीना कपूर स्टारर इस फ़िल्म में भी ग़ज़ब का सस्पेंस था. ये फ़िल्म करीना कपूर की शानदार एक्टिंग के लिए जानी जाती है. फ़िल्म में सस्पेंस के अलावा नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी भी हैं.
6. कार्तिक कॉलिंग कार्तिक (2010)
अगर आप अब तक इस शानदार सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म को देख नहीं पाए हैं, तो एक बार ज़रूर देखें. फ़रहान अख़्तर और दीपिका पादुकोण की इस फ़िल्म में जो कहानी दिखाई गई है, उसे बॉलीवुड में पहले कभी नहीं देखा था. इस फ़िल्म को फ़रहान की जबरदस्त एक्टिंग के लिए भी देखा जा सकता है.
7. दृश्यम (2015)
शायद ही कोई ऐसा शख़्स होगा जिसने दृश्यम फ़िल्म न देखी हो. अजय देवगन और तब्बू स्टारर इस फ़िल्म का सस्पेंस ही इसकी सबसे बड़ी ताक़त है. ये फ़िल्म मलयालम फ़िल्म दृश्यम का रीमेक है.
8 . टेबल नंबर 21 (2013)
कॉलेज में रैगिंग के विषय पर आधारित इस फ़िल्म में भी गजब का सस्पेंस था. परेश रावल और राजीव खंडेलवाल इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे. परेश रावल ने शानदार एक्टिंग कर फ़िल्म को स्पेशल बना दिया था.
9. गुप्त (1997)
ये फ़िल्म नब्बे के दौर की सबसे अधिक सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्मों में से एक है. काजोल बॉबी देओल और मनीषा कोइराला इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे. लेकिन फ़िल्म की ताक़त थी काजोल की शानदार एक्टिंग.
10. A Wednesday (2008)
ये फ़िल्म नहीं देखी तो क्या देखी. इस फ़िल्म की कहानी ही इसकी इसकी पहचान है. बाकि काम नसीरुद्दीन शाह की जबरदस्त एक्टिंग और डायलॉग ने कर दिया था.
11. NH-10 (2015)
दिल्ली का एक कपल अपनी कार से NH-10 से होते हुए कहीं जा रहे थे. फिर अचानक हालात कुछ ऐसे बनते हैं कि ये लोग मुसीबत में फंस जाते हैं. इस फ़िल्म का सस्पेंस कुछ इसी तरह का है.
12. Ugly (2013)
अनुराग कश्यप की इस फ़िल्म में रोनित रॉय ने शानदार काम किया था. भले ही फ़िल्म हिट नहीं हो पाई, लेकिन सस्पेंस के मामले में बिलकुल भी कमतर नहीं थी. एक बार देखना तो बनता है.
13. अंधाधुंन (2018)
कम बजट की फ़िल्मों के सलमान खान यानि कि आयुष्मान खुराना आपके भी फ़ेवरेट कलाकार हैं, तो आपने ये फ़िल्म ज़रूर देखी होगी. फ़िल्म के अंत में सस्पेंस का पता चलने के बाद अब दर्शक इसके दूसरे भाग के इंतज़ार में हैं.
14. जॉनी गद्दार (2007)
ये थ्रिलर सस्पेंस नील नितिन मुकेश की पहली फ़िल्म थी. उनकी शानदार एक्टिंग के कारण ये फ़िल्म देखने लायक थी. धरम पाजी भी हैं इस फिल्म में.
15. गुमनाम (1965)
इस फ़िल्म को अब तक देख तो नहीं पाया, लेकिन जिसने भी देखी है वो इसकी काफ़ी तारीफ़ करता है. पुरानी फ़िल्म है इसलिए थोड़ा अजीब सा लगेगा, लेकिन मौका मिले तो देखिएगा ज़रूर.
16. एक रुका हुआ फ़ैसला (1986)
एक मर्डर केस पर आधारित इस फ़िल्म की तारीफ़ हर कोई करता है. बासु चटर्जी की सस्पेंस थ्रिलर में पंकज कपूर और अनु कपूर जैसे दिग्गजों ने अपनी एक्टिंग के जलवे बिखेरे हैं.
17. महल (1949)
ये बॉलीवुड की पहली सुपर नेचुरल सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म थी. अशोक कुमार ने इस फ़िल्म में एक वकील का किरदार निभाया था. जो अपने घर के एक भूत से परेशान था. फ़िल्म में उस ज़माने की सबसे ख़ूबसूरत एक्ट्रेस मधुबाला भी थीं.
18. संघर्ष (1999)
तनूजा चंद्रा निर्देशित इस फ़िल्म में अक्षय कुमार और प्रीति ज़िंटा ने मुख्य किरदार निभाए थे लेकिन आशुतोष राणा ने फ़िल्म में शानदार एक्टिंग कर ख़ूब वाहवाही बटोरी थी.
19. एक हसीना थी (2004)
श्रीराम राघवन की ये सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म उर्मिला मातोंडकर की शानदार एक्टिंग के लिए जानी जाती है. लेकिन फ़िल्म के अंत में सैफ़ अली ख़ान गेम खेल जाते हैं.
20. मर्डर 2 (2011)
अगर इस फ़िल्म को अब तक देख नहीं पाए, तो इसकी अच्छी कहानी के लिए देखा जा सकता है. खासकर प्रशांत नारायण की शानदार एक्टिंग के लिए तो ज़रूर देखें. फ़िल्म में सस्पेंस भी अच्छा-ख़ासा है.
अगर आपकी नज़र में भी कुछ इसी तरह की सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्में हैं तो हमारे साथ शेयर करें.