Netflix खोलो और राधिका आप्टे न दिखाई दें, ऐसा तो हो ही नहीं सकता है. राधिका आप्टे को लेकर नेटफ़्लिक्स की दीवानगी तो कुछ ही सालों में हुई है मगर इससे भी पहले राधिका अपने दमदार अभिनय से लोगों को एंटरटेनमेंट का डोज़ देती आ रही हैं.  

राधिका ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत से ही हमें शानदार किरदार और ऑफ़-बीट कहानियां दी हैं. कुछ ऐसे ही किरदारों का ज़िक्र हम आज करेंगे. 

1. Shor in the City 

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फ़िल्म ‘शोर इन द सिटी’ में मुंबई शहर में होने वाले अपराध को बड़ी ही ख़ूबसूरती से दिखाया गया है. इस फ़िल्म में तुषार कपूर और राधिका आप्टे पहली बार पर्दे पर एक साथ नज़र आए थे. जिसमें राधिका आप्टे सपना नाम की एक गृहिणी का किरदार निभाया है.  

2. Parched 

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इस फ़िल्म में राधिका आप्टे घरेलू हिंसा की शिकार लज्जो नाम की महिला का किरदार निभाती है. फ़िल्म में लज्जो अपने शराबी पति के हाथों लगातार हिंसा का शिकार होती है जो उसे नपुंसकता के लिए दोषी ठहराता है. 

3. Stories by Rabindranath Tagore 

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अनुराग बसु द्वारा निर्देशित ये टीवी शो, रबीन्द्रनाथ टैगोर की क्लासिक लघु कहानियों का एक संकलन है. जिसमें ‘चोखेर बाली’ में राधिका, बिनोदिनी नाम की महिला का रोल प्ले करती हैं.

4. I Am  

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बाल यौन शोषण जैसे सेंसेटिव और गंभीर मुद्दे पर बानी इस फ़िल्म में राधिका का रोल भले ही बेहद छोटा होता है मगर इसमें भी वो अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होती हैं.  

5. Phobia  

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फ़ोबिया एक बेहद ही अच्छी मनोवैज्ञानिक थ्रिलर फ़िल्म है. राधिका आप्टे इसमें एक युवा आर्टिस्ट का रोल निभाती हैं जिन्हें भीड़ से बहुत डर लगता है. ये फ़िल्म आपको राधिका आप्टे की बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक है.  

6. Rupkatha Noy 

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यह एक बंगाली थ्रिलर फ़िल्म है. फ़िल्म में राधिका एक सिंगल मदर का किरदार निभाया है.  

7. Lai Bhaari 

koimoi

एक ऐसी फ़िल्म जिसने बताया की राधिका आप्टे हर तरह के रोल में फ़िट बैठ सकती हैं. चाहें बॉलीवुड की कोई मसाला फ़िल्म हो या ऑफ़ बीट फ़िल्में, ऐसा कोई किरदार नहीं जो वो न कर सकें. 

8. Ahalya 

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एक ऐसी शॉर्ट फ़िल्म जो बख़ूबी दिखाती है कि राधिका कितनी अच्छी अदाकारा हैं. भारतीय पौराणिक कहानी पर बनी ये शॉर्ट फ़िल्म आप को अंत तक अपने साथ बांधे रखती है.  

9. Kriti 

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एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर शॉर्ट फ़िल्म जो आपको किरदारों के साथ बांध लेती है. मनोज बाजपेयी जैसे बड़े अभिनेता होने के बावज़ूद राधिका इस शॉर्ट फ़िल्म में मनोचिकित्सक, डॉ. कल्पना के रूप में अपनी जगह कायम करने में कामयाब होती हैं.