कुछ चीज़ों की ख़ूबसूरती सादगी में होती है. इसलिये अगर उनमें ज़्यादा मिर्च-मसाले का छौंका लगा दिया जाए, तो उनमें पहले सी बात नहीं रहती. अब जैसे 90 के दौर में आने वाले रिएलिटी शोज़ को ही लीजिये. उस समय आने वाले रिएलिटी शोज़ में न ज़्यादा शो ऑफ़ होता था और न ही ज़्यादा चिल्लम-चिल्ला. शायद इसलिये लोग इन्हें देखने के लिये समय भी निकाल लेते थे.
वहीं आज के रिएलिटी शोज़ की बात करें, तो चीखना-चिल्लाना रोना-धोना और ड्रामेबाज़ी देखने को मिलती है. रिएलिटी शोज़ के नाम पर ये धारावाहिक कहीं से भी रियल नहीं लगते.
अब ज़रा 90’s के इन रिएलिटी शोज़ पर भी ग़ौर फ़रमाइएगा:
1. ‘बूगी-वूगी’
2. ‘अंताक्षरी’
3. ‘Razzmatazz’
4. ‘सा रे गा मा’
5. ‘कभी कभी प्यार कभी कभी यार’
इन सारे रिएलिटी शोज़ में तरह-तरह कंटेस्टेंट आते थे, पर तब भी कभी ज़्यादा दिखावा नहीं किया गया. इन धारावाहिकों का म्यूज़िक भी काफ़ी मुधर होता था, साथ ही ये Scripted भी नहीं होते थे. इसके अलावा अगर आप पहले के ‘इंडियन आइडल’ को ही देखें, तो उसमें ड्रामेबाज़ी कम और रिएलिटी ज़्यादा देखने को मिलती थी. पर समय के साथ-साथ अब ‘इंडियन आइडल’ में भी पहले जैसा चार्म नहीं रहा.
आज के रिएलिटी शोज़ पर भी नज़र फेर लेते हैं:
1. ‘सारे गा मा पा’
2. ‘डांस इंडिया डांस’
3. ‘बिग बॉस’
4. ‘नच बलिये’
5. ‘झलक दिखला जा’
देखने वाले ये शोज़ देखते हैं. हो सकता है कि इनमें दिखाई जाने वाली स्टोरीज़ भी सच हो, पर इन सबके अलावा रिएलिटी शोज़ के नाम पर जो बकवास होती है. वो देख कर सिरदर्द हो जाता है. सीधा-सीधा बोलें तो रिएलिटी के नाम पर तमाशेबाज़ी होती है. रिएलिटी शोज़ लोग रिएलिटी देखने के लिये देखते हैं न कि नौटंकी.
चलो इस पर विस्तार से बाद में बात करेंगे. अब ये बताओ 90 के दौर में आपका फ़ेवरेट रिएलिटी शो कौन सा था.