कंगना रनौत इंडस्ट्री की ऐसी एक्ट्रेस हैं जिनसे कोई जल्दी पंगा नहीं लेना चाहता है. उनकी गिनती बॉलीवुड की बेबाक शख़्सियतों में की जाती है. प्यार से लोग उन्हें बॉलीवुड की क्वीन बुलाते हैं. मगर हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली कंगना को इंडस्ट्री में पहचान बनाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा था.
वैसे भी किसी फ़िल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक न रखने वाले लोगों को बॉलीवुड में काफ़ी संघर्ष करना पड़ता है. अपने स्ट्रग्लिंग डेज़ को याद करते हुए कंगना ने बताया कि कैसे वो ड्रग एडिक्ट बन गईं थीं और डिप्रेशन में चली गई थीं.
कंगना ने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इस बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि जब वो 15 साल की थीं तब अपने घर से भागकर मुंबई आ गई थीं. कुछ दिनों तक संघर्ष करने के बाद उन्हें काम मिलना शुरू हो गया था. 2 साल में उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर ख़ुद को एक एक्टर-मॉडल के रूप में फ़ेमस कर लिया था.
मगर यही वो वक़्त था जब वो बुरे लोगों की संगत में आ गईं. उन्होंने ड्रग्स लेना शुरू कर दिया था. कुछ ही समय में वो ड्रग एडिक्ट बन गईं थीं. कंगना ने बताया कि वो ऐसे लोगों के चंगुल में फंस गई थीं जहां से उन्हें मौत ही निकाल सकती थी. ऐसे में वो डिप्रेशन का शिकार हो गईं.
इन हालातों से निकलने में उनकी मदद की एक दोस्त ने. उसने कंगना को योगा क्लासेस जॉइन कराई. यहां क्लास के दौरान भी वो ध्यान नहीं कर पाती थीं और रोने लगती थीं. तब उनके दोस्त ने कंगना को एक बुक दी. इसे पढ़ने के बाद उनका मन शांत होने लगा, उन्होंने स्वामी विवेकानंद को अपना गुरू बना लिया.
इसके साथ ही उन्होंने बताया, ‘इस तरह धीरे-धीरे उन्होंने ख़ुद को मेंटली स्ट्रॉन्ग किया और अपने टैलेंट को संवारा. अगर उनकी लाइफ़ में ये सब नहीं होता तो आज वो जिस मुकाम पर हैं वहां नहीं पहुंच पातीं.’