एमएस धोनी, मिल्खा सिंह, मैरी कॉम और संदीप सिंह जैसे महान खिलाड़ियों के बाद, अब बाइचुंग भूटिया पर बायोपिक बनने जा रही है. फ़ुटबाल खिलाड़ी के जीवन पर आधारित इस फ़िल्म का निर्देशन आनंद कुमार करेंगे, जो ज़िला गाज़ियाबाद जैसी शानदार फ़िल्मों के लिये जाने जाते हैं. अपने जीवन की कहानी को बड़े पर्दे पर देखने के लिये, भूटिया काफ़ी ख़ुश और उत्साहित हैं.
इस बारे में उनका कहना है कि इस बायोपिक के जरिए मुझे सम्मान दिया गया है और लोगों को लगता है कि मेरी कहानी बड़े पर्दे पर दर्शाने के क़ाबिल है. मुझे विश्वास है कि आनंद इस फ़िल्म के साथ पूरा न्याय करेंगे. वहीं अपने जीवन के बारे में बात करते हुए आगे वो कहते हैं कि मैं सिक्किम के एक छोटे कस्बे से हूं. हिंदुस्तान के लिये फ़ुटबाल खेलना मेरा सपना नहीं था, बल्कि मैं फुटबॉल क्लब का ओनर बनना चाहता था और मेरा ये ख़्वाब युनाइटेड सिक्किम के साथ जाकर साकार हुआ.
बायोपिक में अकसर कुछ काल्पनिक कहानियां भी दिखाई जाती हैं. इसीलिए बाइचुंग भूटिया फ़िल्म के निर्देशन के दौरान कड़ी निगरानी करेंगे, ताकि फ़िल्म के ज़रिये लोगों तक सिर्फ़ हकीक़त पहुंचे. साथ ही भूटिया मूवी की स्क्रिप्ट को लेकर भी काफ़ी चिंतित थे, पर जब उन्हें पता चला कि लेखन की ज़िम्मेदारी आनंद ने प्रशात पांडेय को दी है, तो उन्हें काफ़ी ख़ुशी हुई. प्रशांत इससे पहले रेड, पूर्ण और सरकार जैसी फ़िल्मों की कहानियां लिख चुके हैं.
आनंद कुमार को फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप 2018 के दौरान रूस में बाइचुंग भूटिया पर फ़िल्म बनाने का आईडिया आया था. आनंद का मानना है कि देश के युवा बड़ी संख्या में फु़टबॉल की ओर आकर्षित हो रहे हैं. कहीं न कहीं युवा पीढ़ी क्रिकेट से ज़्यादा फ़ुटबाल में दिलचस्पी ले रहे हैं. यही वजह थी कि उन्होंने भूटिया पर बायोपिक बनाने का निर्णय लिया.