Anurag Kashyap Abused Policemen: डायरेक्टर अनुराग कश्यप की फ़िल्में एकदम ज़बरदस्त होती हैं. ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘पांच’, ‘देव डी’, ‘गुलाल’, ‘उड़ान’ और ‘रमन राघव 2.O’ समेत उन्होंने कई बेहतरीन फ़िल्में बनाई हैं. अब अनुराग की फ़िल्म Kennedy भी सुर्खियों में है. हालांकि, आज हम अनुराग की फ़िल्मों पर नहीं, बल्क़ि उनके ग़ुस्से पर बात करेंगे. वो ग़ुस्सा, जिसकी चपेट में पुलिस वाले आए थे. (Gulaal Movie Kissa)

जब पुलिस वालों ने थाने से भगाया

यूंं तो अनुराग कश्यप सेट पर हमेशा शांत रहते हैं. मगर एक बार उन्हें पुलिस वालों पर इतना ज़्यादा ग़ुस्सा आया कि वो थाने में घुसकर सबको गालियां देने लगे थे. ये कांड फ़िल्म ‘गुलाल’ की शूटिंग के दौरान हुआ था.

दरअसल, गुलाल में रणसा का क़िरदार निभाने वाले एक्टर अभिमन्यु सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान फ़िल्म की शूटिंग के वक़्त का क़िस्सा बताया. उन्होंने कहा कि एक बार पुलिस स्टेशन में शूटिंग करनी थी. प्रोडेक्शन वाले ने एक पुलिस वाले को कुछ पैसे देकर परमिशन ले ली. मगर जब शूटिंग के लिए पहुंंचे तो वो पुलिस वाला ग़ायब. उसकी जगह कोई दूसरा बैठा था. (Gulaal actor Abhimanyu Singh)

वो पुलिस वाला बहुत ग़ुस्से में बात कर रहा था. उसने सभी को थाने से बाहर निकलने के लिए कहा. काफ़ी बेइज़्ज़ती भी की. ऐसे में शूटिंग टीम थाने से बाहर आ गई और सामान वगैरह हटने लगे. इस दौरान सारे लोग रोड क्रॉस कर के दूसरी ओर खड़े हो गए.

मगर उस पुलिस वाले को इतने भर से चैन नहीं आया. वो फिर उनके पास गया और चिल्लाने लगा. ‘तुम लोगों में कोई तमीज़ है कि नहीं? तुम लोग बेशर्म हो. मैं कबसे कह रहा हूं भागने के लिए मगर तुम लोग जा नहीं रहे हो.’

पुलिस वाले पर फूटा अनुराग कश्यप का ग़ुस्सा

पुलिस वाले के लगातार कोचने से अनुराग का पारा हाई हो गया. अनुराग ने आव देखा ना ताव, लगे गालियां देने. अनुराग का रूप देख पुलिस वाला भी सकपका गया. वो पुलिस स्टेशन के अंदर जाने लगा. मगर अनुराग को इतने से चैन नहीं आया. वो थाने के अंदर घुस गए और सारे पुलिस वालों को गालियां देने लगे.

इतने में कुछ पुलिस वाले अपनी बंदूक बाहर निकालने लगे. जिसे देख अनुराग चिल्लाने लगे, ‘मार मुझे गोली, मैं देखना चाहता हूं कि तुम लोग मुझे मारते हो कि नहीं. अगर नहीं मारा तो मीडिया को बुलाकर तुम लोगों की ऐसी-तैसी कर दूंंगा.’

अनुराग का ये रूप देख पुलिस वाले भी हैरान रह गए. आख़िरकार उन्होंने ही कहा कि ‘जाओ इसे लेकर, ये पागल आदमी है.’

ख़ून से हाथ पर लिख दिया गुलाल

पुलिस और बाकी कास्ट के लिए ये मामला ख़त्म हो गया था, मगर अनुराग के लिए नहीं. वो इसी फ़्रस्टेशन में होटल वापस आए. फिर अचानक रात में धम्म की आवाज़ आती है. मालूम पड़ा कि अनुराग ने ग़ुस्से में अपना हाथ दीवार पर मार दिया था. हाथ से ख़ून निकलने लगा, तीन उंगलियां भी फ़्रैक्चर हो गईं.

तुरंत उनको हॉस्पिटल ले जाया गया. हाथ पर प्लास्टर चढ़ गया. हाथ से जो ख़ून निकला, उससे अनुराग ने अपने प्लास्टर पर लिख दिया ‘गुलाल’.

अगले दिन वो वापस नॉर्मल हो कर शूट पर आ गए. मानो बीते दिन कुछ हुआ ही नहीं था.

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