अनुराग कश्यप ऐसे डायरेक्टर हैं जो अपनी बेबाकी के लिए फ़ेमस हैं. वो हर बात पर अपने विचारों को बिना किसी लाग-लपेट के से सीधे-सीधे कहते हैं, फिर चाहे सामने वाले को इसका बुरा ही क्यों न लग जाए. अपनी दिल की बात मुखरता से कहने के लिए अनुराग हमेशा तैयार रहते हैं. इस बार उन्होंने फ़ेमस फ़िल्म मेकर महेश भट्ट से जुड़ी कुछ अपनी खट्टी-मीठी यादें एक इंटरव्यू में शेयर की हैं.
अनुराग कश्यप ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में अपने स्ट्रग्लिंग डेज़ के बारे में बात की है. उन्होंने बताया कि वो कभी महेश भट्ट के ऑफ़िस में बतौर राइटर काम किया करते थे. उनका अकाउंट्स का डिपार्टमेंट मुकेश भट्ट संभालते थे. वो पैसे को लेकर बड़ी सख़्ती से पेश आते थे. ये वो दौर था जब अनुराग कश्यप के पास अपने रूम का रेंट देने के लिए पैसे नहीं थे.
इन मुश्किल हालातों में वो पूजा भट्ट से बात करते थे. वो उन्हें समझाती थीं और उनके लिए इस बारे में महेश भट्ट से बात करने का भी आश्वासन दिया था उन्होंने. मगर कुछ दिनों बाद अनुराग का सब्र टूट गया और वो ख़ुद ही महेश भट्ट से बात करने चले गए. अनुराग ने महेश भट्ट से कहा-’आपके ऑफ़िस में काम करने से अच्छा है कि मैं कहीं कारपेंटर का काम कर लूं.’
उस वक़्त मुकेश भट्ट भी वहीं खड़े थे, मगर महेश भट्ट चुप रहे और कुछ नहीं कहा. जब अनुराग कश्यप लौटने लगे तो महेश भट्ट ने उनके हाथ में 10 हज़ार रुपये देते हुए कहा- ‘ऐसे ही रहना कभी बदलना नहीं.’
1994-95 में 10 हज़ार रुपये बहुत होते थे. इस घटना के कुछ सालों बाद जब वो एक फ़िल्म फ़ेस्टिवल में अपनी फ़िल्म की कहानी सुना रहे थे, तब किसी ने इस बात का ज़िक्र किया और उनको महेश भट्ट द्वारा पैसे दिए जाने वाली बात याद दिला दी.
इस कार्यक्रम में महेश भट्ट भी मौजूद थे. ये बात सुनकर तब अनुराग की आंखों में आंसू आ गए थे. बाद में जब पूजा भट्ट को पता चला कि अनुराग कश्यप ने उनके बारे में बात की है, तो उन्होंने अनुराग को कॉल कर उनकी यादों का हिस्सा बनने के लिए थैंक्स कहा था.