मुकेश अम्बानी का ये साल अच्छा गया है. मुकेश अम्बानी ने इस साल अपनी आय में क़रीब 22 बिलियन डॉलर जोड़े, जिसके चलते दुनिया के सबसे अमीर इंसानों में चौथे नंबर पर आ गए. साथ ही इस साल रिलायंस के शेयर में 46% उछाल आया है.  

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इतने सारे पैसों का मुकेश अम्बानी भी वही करते हैं जो आम इंसान करेगा: शॉपिंग. सबकी तरह मुकेश अम्बानी को भी शॉपिंग करना ख़ूब पसंद है मगर इनकी शॉपिंग ज़रा हटके होती है. जहां आम आदमी अपने पसंदीदा ब्रांड का कपड़ा ख़रीदते हैं अम्बानी पसंदीदा ब्रांड ही ख़रीद लेते हैं. इस साल मुकेश अम्बानी की रिलायंस कंपनी कई कंपनियों को ख़रीदने की कोशिश में है.  

आइये जानते हैं किन कंपनियों पर बनी है रिलायंस की नज़र 

1. नेटमेड्स :  

नेटमेड्स कंपनी ऑनलाइन दवा बेचती है. इस कंपनी में अम्बानी की कंपनी रिलायंस ने 60 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी खरीदी है. कंपनी ने 620 करोड़ रुपये में यह डील की है. नेटमेड्स की वैल्यूएशन 1,000 करोड़ रुपये के करीब आंकी गई है. ऑनलाइन फार्मेसी कारोबार में टक्कर देखने को मिलेगी क्योंकि हाल ही में अमेज़न इंडिया ने बेंगलुरु से ई-फार्मेसी सेवा शुरू कर दी है और फ्लिपकार्ट भी जल्द ही इस कारोबार में उतरने का मन बना रहा है. 

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2. मिल्कबास्केट: 

दूध और सब्ज़ियों की इस ऑनलाइन कंपनी को रिलायंस ख़रीद सकती है. मिल्कबास्केट अभी तक अमेज़न से बात कर रही थी मगर अच्छे पैसे की उम्मीद में रिलायंस से भी बात शुरू की. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो रिलायंस ज़्यादा पैसे ख़र्च करने को तैयार हैं. मिल्क बास्केट गुरुग्राम, नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में करीब 1.30 लाख घरों दूध, डेरी आइटम, फल और सब्जियां पहुंचाता है. लॉकडाउन के बाद मिल्कबास्केट के कस्टमर अचानक से बढ़े, रोज़ाना क़रीब 2000 नए लोग मिल्कबास्केट के सदस्य बने थे. 

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3. टिकटॉक: 

कई विवादों में रहने के चलते भारत सरकार ने लाखों युवाओं के इस पसंदीदा App को बैन कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के टिकटॉक की कंपनी बाइटडांस से रिलायंस कंपनी की बातचीत चल रही है. चायनीज़ कंपनी भारत में आने के लिए ये कदम उठा सकती है. अगर रिलायंस टिकटॉक को ख़रीद लेती है तो टिकटॉक द्वारा भारत में ऑपरेट किए जा रहे App भारतीय कंपनी के हाथ में आ जाएगा. यह डील 22,451 करोड़ में हो सकती है.  

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4. ज़िवामे : 

रिलायंस फैशन और लांजरी प्रोडक्ट्स को भी जोड़ने का प्लान बना रहा है इसके लिए Lingerie brand ज़िवामे से बात चीत चल रही है. The Economic Times के अनुसार रिलायंस 1,197 करोड़ ज़िवामे को दे सकती है. ज़िवामे के अभी 30 से ज़्यादा ऑफ़लाइन स्टोर हैं. 

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5. अरबन लैडर: 

अरबन लैडर ऑनलाइन फर्नीचर कारोबार की प्रमुख कंपनी है. इसे खरीदने को लेकर पिछले कुछ महीनों से बातचीत चल रही है.Indiatimes में छपी रिपोर्ट के अनुसार ये डील करीब 224 करोड़ में हो सकती है

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6. फ़्यूचर रिटेल: 

रिलायंस एक और बड़ा इन्वेस्टमेंट करने को तैयार है. रिलायंस फ्यूचर ग्रुप को ख़रीदने की बात कर रही है. Business Today की माने तो ये डील लगभग 24,000-27,000 करोड़ की हो सकती है. इस डील में फ़्यूचर ग्रुप की ग्रोसरी, लॉजिस्टिक साथ ही बिग बाज़ार, ईज़ीडे और फूड हॉल जैसे रिटेल स्टोर भी शामिल होंगे जो फ़्यूचर ग्रुप के ही हैं. कोरोना के चलते फ़्यूचर ग्रुप को भारी नुकसान हुआ है. सितम्बर 2019 तक फ़्यूचर ग्रुप पर 12,778 करोड़ का उधार था.  

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ये सारी डील्स अपने बिज़नेस प्रतिद्वंद्वी से कई गुना आगे निकलने और बाज़ार में सबसे बेस्ट बने रहने के लिए हैं मगर वाकई शॉपिंग लिस्ट हो तो मुकेश अम्बानी जैसी नहीं तो ना हो