शरत सक्सेना (Sharat Saxena) एक ऐसे अभिनेता हैं जो पिछले 50 सालों से बॉलीवुड फ़िल्मों में अपनी अलग-अलग भूमिकाओं से दर्शकों का ख़ूब मनोरंजन करते आ रहे हैं. खलनायक की भूमिका हो, कॉमेडी हो या फिर इमोशन रोल्स, शरत सक्सेना ने हर किरदार को बड़े पर्दे पर बखूबी निभाया है. वो अपने करियर में अब तक 300 से अधिक फ़िल्में कर चुके हैं. इन फ़िल्मों में उन्होंने अधिकतर सपोर्टिंग रोल ही निभाए हैं. शरत सक्सेना बॉलीवुड में एक्टिंग के साथ-साथ अपनी दमदार फ़िटनेस के लिए भी जाने जाते हैं. वो आज 71 साल की उम्र में भी अपनी फ़िटनेस से देश के करोड़ों युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं.

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कौन हैं शरत सक्सेना?

शरत सक्सेना (Sharat Saxena) का जन्म 17 अगस्त, 1950 को मध्य प्रदेश के सतना ज़िले में हुआ था. उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा भोपाल से की. इसके बाद वो इंजीनियरिंग करने के लिए वो जबलपुर चले गये. शरत घरवालों के कहने पर इंजीनियरिंग करने जबलपुर चले तो गए, लेकिन उन्हें तो बचपन से एक्टर बनाना था. उनका बॉलीवुड में हीरो की तरह छा जाने का सपना था, जो पूरा भी हुआ. आज शरत सक्सेना को कौन नहीं जनता.

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मुंबई आकर किया संघर्ष

शरत सक्सेना (Sharat Saxena) इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद साल 1972 में मुंबई चले गये. बॉलीवुड का सफर उनके लिए आसान नहीं रहा है. वो मुंबई बॉलीवुड में हीरो बनने का सपना लेकर आये थे, लेकिन उन्हें क़रीब 2 साल तक इंडस्ट्री में कोई काम ही नहीं मिला. बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और आख़िरकार कड़े परिश्रम के बाद उनकी मेहनत रंग लाई.

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‘बेनाम’ फिल्म से की शुरुआत

शरत सक्सेना (Sharat Saxena) ने साल 1974 में ‘बेनाम’ फ़िल्म में एक छोटे से रोल से बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन, मौसमी चटर्जी और प्रेम चोपड़ा समेत उस दौर के कई बड़े कलाकार नज़र आये थे. फ़िल्म में उनका छोटा सा रोल होने के बावजूद दर्शकों ने उनके अभिनय की ख़ूब सराहना की. इसके बाद उन्हें हिन्दी के अलावा तमिल, तेलुगू, मलयालम, पंजाबी सहित कई अन्य भाषाओं की फ़िल्मों के ऑफ़र भी मिलने लगे.

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इन फ़िल्मों से मिली पहचान

शरत सक्सेना (Sharat Saxena) इस बीच जानेमन (1976), एजेंट विनोद (1977), देस परदेस (1978), काला पत्थर (1979), तराना (1979), लूटमार (1980), शान (1980), शक्ति (1982), पुकार (1983), आसमान (1984), बॉक्सर (1984), कानून क्या करेगा (1984), ज़माना (1985), ऐतबार (1985), सागर (1985), माँ कसम (1985), मेरा धर्म (1986), मानव हत्या (1986), तन-बदन (1986) और कर्मा (1986) जैसी फ़िल्मों में काम करके अपने अभिनय का डंका बजा चुके थे. अपने करियर के शुरुआती दौर की इन फ़िल्मों में शरत सक्सेना ने अधिकतर खलनायक की भूमिका ही निभाई.

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‘मिस्टर इंडिया’ से लूटी वाहावाही

शरत सक्सेना (Sharat Saxena) साल 1987 में ‘मिस्टर इंडिया’ फ़िल्म में अपने अभिनय से दर्शकों की ख़ूब वाहावाही लूटी. इस फ़िल्म में उनके द्वारा निभाए गये ‘दागा’ के किरदार को शायद ही कोई भूल पाये. इसके बाद वो ‘त्रिदेव’, ‘अग्निपथ’, ‘घायल’, ‘नरसिम्हा’, ‘विश्वात्मा’, ‘खिलाड़ी’, ‘गुप्त’, ‘ज़िद्दी’, ‘गुलाम’, ‘सोल्जर’, ‘जोश’, ‘अजनबी’, ‘साथिया’, ‘बागबान’, ‘फिर हेरा फेरी’, ‘भागम भाग’, ‘फना’, ‘कृष’, ‘रेडी’, ‘बॉडीगार्ड’, ‘सिंघम रिटर्न्स’ और ‘बजरंगी भाईजान’ जैसी सुपरहिट फ़िल्मों में नज़र आ चुके हैं.

शरत सक्सेना (Sharat Saxena)

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71 साल की उम्र में भी हैं एकदम फ़िट

शरत सक्सेना (Sharat Saxena) बॉलीवुड में अपने किरदार के साथ-साथ अपनी दमदार फ़िटनेस को लेकर भी बेहद सजग रहते हैं. वो बॉलीवुड के फ़िटनेस फ़्रीक एक्टर्स में से एक माने जाते हैं. 71 साल की उम्र में भी वो हर रोज़ जिम में घंटों पसीना बहाते हैं. शरत सक्सेना आज अपनी मस्क्युलर फिज़ीक से बॉलीवुड के युवा कलाकारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में उन्होंने अपने ट्रांसफर्मेशन से हर किसी को चौंका दिया था.

शरत सक्सेना आज अपनी दमदार फ़िटनेस की वजह से युवाओं के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं. शरत उन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं जो अपने आलस की वजह से 30 की उम्र में 40 के नज़र आते हैं. इसके साथ ही वो युवा जो कम उम्र में बिमारियों से घिर चुके हैं उन्हें शरत सक्सेना से सीख लेनी चाहिए कि 71 वर्ष की उम्र में भी फ़िट कैसे रहा जाता है.

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