Bollywood Film Real Endings: ‘अंत भला तो सब भला’बॉलीवुड (Bollywood) की हर मूवी का ज़्यादातर यही टारगेट रहता है. भले ही पूरी मूवी में कितने ट्विस्ट और टर्न हों, लेकिन आख़िर में उसकी एंडिंग बिल्कुल सही होती है. रोमांटिक मूवीज़ में तो आप ज़्यादातर ऐसा देखेंगे कि लड़का और लड़की की ट्रैजिक लव स्टोरी के बावजूद एंडिंग में वो दोनों एक-दूसरे से मिल जाते हैं और अपनी ज़िंदगी हंसी-ख़ुशी गुज़ारते हैं. लेकिन रियल लाइफ़ में ऐसा बिल्कुल नहीं है. चाहे ‘प्यार’ हो या ‘वॉर’, दोनों ही बॉलीवुड मूवी में दर्शाई गई एंडिंग से ज़्यादा जटिल होती है. हालांकि, कुछ ऐसी भी मूवीज़ हैं, जिन्होंने सपनों की दुनिया से निकलकर रियल दुनिया में होने वाली चीज़ों की एंडिंग को दर्शाने की कोशिश की है. 

आइए हम आपको उन बॉलीवुड मूवीज़ के बारे में बताते हैं, जिन्होंने स्टीरियोटाइप वाली एंडिंग (Bollywood Film Real Endings) की बजाय दर्शकों को रियल एंडिंग दिखाई. 

Bollywood Film Real Endings

1. उड़ान

इस फ़िल्म को बॉलीवुड की बेस्ट मूवीज़ में से एक कह लें, तो ग़लत नहीं होगा. ‘उड़ान‘ आपको पूरे स्क्रीन टाइम में रोहन और उसकी अपने पिता के साथ अपमानजनक रिश्ते के बारे में सोचने पर मजबूर करती है. लेकिन आख़िर में ये दिखाया जाता है कि ये फ़िल्म उनके बारे में नहीं थी, बल्कि रोहन के अपने सौतेले भाई अर्जुन को अपने पिता से बचाने के बारे में थी. वो सीन जब दोनों भाई एक-दूसरे का हाथ थामे दिखाई देते हैं, वो ये दर्शाता है कि उन्होंने बेहतर ज़िंदगी के लिए ‘उड़ान’ भर ली है. 

huffpost

ये भी पढ़ें: बॉलीवुड की ये 11 फ़िल्में लोगों के लिये यादगार हैं क्योंकि इनका अंत बेहद ख़ूबसूरत था

2. रांझणा

एक ऐसा समय था, जब बॉलीवुड किसी लड़की के पीछा करने के एक्शन को एक प्यार के जेश्चर के रूप में दर्शाता था और लड़की बाद में अपने ही पीछा करने वाले लड़के के प्यार में पड़ती हुई दिखाई देती थी. ‘रांझणा’ फ़िल्म में भी सोनम कपूर के कैरेक्टर के पीछे एक जुनूनी प्रेमी पड़ा हुआ है, जो उसका पीछा करता है और उसे धमकाता भी है, लेकिन वो उसके साथ रिश्ते में आने के लिए मना कर देती है. मूवी की एंडिंग में सोनम का प्रेमी उसकी मदद करता है, लेकिन वो फिर भी उससे नफ़रत ही करती है. (Bollywood Film Real Endings)

hindustantimes

3. देवदास

इस फ़िल्म में 2 बचपन के दोस्तों की ख़ूबसूरत प्रेम कहानी दर्शायी गई है, जो एक-दूसरे से समाज के वर्ग और फ़ैमिलीज़ की इज्ज़त से बंटे हुए हैं. इस मूवी में सबसे रियल उसकी एंडिंग ही है. हालांकि, इस मूवी का सेट और कॉस्टयूम लार्जर देन लाइफ़ था. इस मूवी ने एक ऐसे जीवन का मार्मिक अंत दिखाया, जो वैसे भी अपने प्रेमी के न मिल पाने के बाद हर गुज़रते दिन के साथ अंदर ही अंदर मर रहा था. 

mensxp

4. मसान 

फ़िल्म ‘मसान‘ एक नई शुरुआत के साथ ख़त्म होती है. ये आपको सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या फ़िल्म में एक ही नाव पर बैठे विक्की कौशल और ऋचा चड्ढा, जिन्होंने काफ़ी कुछ सहा है, उनकी लव स्टोरी की एक नयी शुरुआत होगी? जब दीपक, देवी को रोते हुए देखता है और उसके सामने बिना कुछ कहे पानी की एक बोतल देता है, वो सीन एक कड़वी सच्चाई में ले जाता है. क्या वो दोनों इसके बाद बात करते हैं या अपने-अपने रास्ते निकल जाते हैं? ये फ़िलहाल हमें कभी नहीं पता चलेगा. (Bollywood Film Real Endings)

thewire

5. हम दिल दे चुके सनम

बॉलीवुड की परफ़ेक्ट दुनिया में ऐश्वर्या राय का कैरेक्टर ‘नंदिनी’ इस फ़िल्म में अपने प्रेमी से दोबारा मिल जाता है. हालांकि, रियल दुनिया में ऐसा दूर-दूर तक नहीं होता है. कोई भी महिला सपोर्टिव ‘वनराज’ (अजय देवगन) जैसे आदमी के ऊपर ‘समीर’ जैसे आदमी को चूज़ नहीं करेगी. मूवी की एंडिंग में भी यही दिखाया गया है. 

urbanasian

ये भी पढ़ें: बॉलीवुड के वो 8 गाने जो सिर्फ़ एक टेक में शूट किए गए थे

6. तुम्बाड

ऐसी मूवी जो सुपरनेचुरल और फैंटेसी थीम के इर्द-गिर्द घूमती है, उसको देखते हुए ये काफ़ी विडंबना है कि इसके कैरेक्टर्स और एंडिंग काफ़ी रियल हैं. इसमें पिता और बेटे की जोड़ी लालच से भरी हुई है, जो उनकी ज़िंदगी के लिए ही अभिशाप बन जाता है. पिता अपनी जान गंवा देते है और फ़िल्म हैप्पी एंडिंग की बजाय एक नैतिक संदेश देती है.

amazon

7. क्वीन

कंगना रनौत की मूवी ‘क्वीन’ का बेस्ट पार्ट उसकी एंडिंग थी. फ़िल्म में जब उसका एक्स-मंगेतर बाद में शादी तोड़ने के बाद दोबारा उसके पास आता है, तब भी वो उसके पास नहीं जाती. इसकी जगह वो हीरो का प्रपोज़ल बेहद शिष्टतापूर्वक रिजेक्ट कर देती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि वो किसी लड़के से शादी करने से ज़्यादा ख़ुद को महत्व देती है. 

indianexpress

इन फ़िल्मों की रियल एंडिंग ने हमें इम्प्रेस कर दिया.