Bollywood Inspiring Characters: ये बात बिल्कुल सच है कि बॉलीवुड (Bollywood) हमें बाल्टी तो क्या बोरिया भर के एंटरटेनमेंट देता है. अगर ज़िंदगी बेहद उबाऊ जा रही हो और कुछ फ़न फैक्टर मिसिंग लग रहा हो, तो कोई भी चटपटी और मसालेदार बॉलीवुड मूवी देखने बैठ जाओ. पूरा मूड ही बदल जाएगा, दुनिया नई-नई सी लगने लगेगी, चीज़ों को कुछ समय के लिए फ़िल्मी तरीके से देखने का मन करने लगेगा. हालांकि, कुछ ऐसी भी फ़िल्में होती हैं, जो हमारा दिल छू लेती हैं. साथ ही उनमें से कई कैरेक्टर्स ऐसे होते हैं, जिनसे हम बेहद नज़दीकी से रिलेट कर पाते हैं. वहीं, कुछ कैरेक्टर्स हमें जाने-अनजाने में ही ज़िंदगी जीने का एक नया नज़रिया दे देते हैं. 

अतीत में ऐसी कई बॉलीवुड फ़िल्में बनी हैं, जिनके कैरेक्टर्स हमें एक लाइफ़ लेसन दे गए. आज हम उन्हीं कैरेक्टर्स के बारे में आपको बताएंगे.

Bollywood Inspiring Characters

1- ‘क्वीन’ फ़िल्म की ‘रानी मेहरा’

कंगना रनौत स्टारर फ़िल्म ‘क्वीन‘ तो ज़्यादातर लोगों ने देखी ही होगी. फ़िल्म में कंगना ने अपने कैरेक्टर ‘रानी’ के ज़रिए लोगों के दिलों में जो छाप छोड़ी है, वो शायद ही अब मिटेगी. मूवी में जब उसका मंगेतर शादी से 1 दिन पहले रानी से शादी तोड़ देता है. तब वो पहले तो समझ नहीं पाती कि चल क्या रहा है. मासूम रानी को ये सब मज़ाक लगता है. जब उसे एहसास होता है कि ये रियल में हो रहा है, तब उसे अपनी दुनिया उजड़ती हुई दिखाई देती है. लेकिन वो अपने आप को टूटने नहीं देती और इन सब चीज़ों से आगे बढ़कर अपने सपनों का पीछा करने में लग जाती है. रानी ने हमें सिखाया कि चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी क्यों न आ जाए, लगातार आगे बढ़ते रहने का नाम ही ज़िंदगी है. इसके साथ ही एक रिलेशनशिप टूटने से लोगों की दुनिया नहीं ख़त्म हो जाती. 

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2- ‘जब वी मेट’ फ़िल्म की ‘गीत’

इस फ़िल्म में करीना कपूर ख़ान द्वारा निभाए गए कैरेक्टर ‘गीत‘ की तो बात ही निराली है. वो एक ऐसी ज़िंदादिल लड़की है, जो लाइफ़ के फ़ैसले बिंदास तरीके से लेती है. ओवरथिंकिंग जैसे शब्द की उसकी ज़िंदगी में कोई जगह नहीं है. ‘इस फ़ैसले से क्या हो सकता है’, ‘अगर मैं ये करूंगी तो ऐसा न हो जाए‘, ऐसे सवालों से गीत का कोई नाता नहीं है. उसका ‘मैं अपनी फ़ेवरेट हूं‘ वाला डायलॉग़ तो आज भी लोगों में ख़ासा पॉपुलर है. गीत ने हमें सिखाया है कि हमें सबसे पहले ख़ुद से प्यार करना चाहिए, दुनिया ख़ुद ही आपसे प्यार करने लगेगी. (Bollywood Inspiring Characters)

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3. ‘रॉकेट सिंह’ फ़िल्म का ‘हरप्रीत सिंह बेदी’

ज़्यादातर ‘चॉकलेटी बॉय‘ का क़िरदार निभाने वाले रणबीर कपूर ने फ़िल्म ‘रॉकेट सिंह‘ में ‘हरप्रीत सिंह बेदी‘ के क़िरदार से हम सभी को इम्प्रेस कर दिया था. इसमें उन्होंने एक सेल्समैन का क़िरदार निभाया था, जो अपनी कड़ी मेहनत, लगन आर विश्वास से ज़िंदगी में ख़ूब तरक्की करता है. हरप्रीत ने हमें सिखाया कि ज़िंदगी में जब भी चीज़ों से क्विट करने का मन करे या निराशा हावी होने लगे, तब ख़ुद को टूटने मत दो. हिम्मत बांधो और आगे बढ़ो, सफ़लता ख़ुद दौड़कर आपके क़दम चूमेगी. बस हमें सही समय का इंतज़ार करते रहना है.

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4. ‘कल हो ना हो’ फ़िल्म का ‘अमन’

शाहरुख़ ख़ान की फ़िल्म ‘कल हो ना हो‘ के कैरेक्टर ‘अमन‘ ने हमें लाइफ़ को जीने का एक अलग नज़रिया दिया था. वो एक ऐसा व्यक्ति था, जो आसपास के लोगों में ख़ुशियां बांटता था. लोगों के चेहरे पर स्माइल लाना मानो उसका शौक था. उसे अंदर ही अंदर इस बात का एहसास है कि उसके पास ज़िंदगी के कुछ ही लम्हे बचे है. वो उन लम्हों में रोकर या ज़िंदगी के ख़त्म होने का दुःख मनाने की बजाय उनमें ख़ुशियां ढूंढता है. अमन ने हमें बता दिया कि ज़िंदगी खुल कर जियो, क्या पता कल हो ना हो. (Bollywood Inspiring Characters)

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5. ‘रंग दे बसंती’ फ़िल्म का ‘करण सिंघानिया’

इस मूवी की आत्मा अगर सिद्धार्थ द्वारा निभाए गए कैरेक्टर ‘करण सिंघानिया‘ को कहें, तो बिल्कुल ग़लत नहीं होगा. फ़िल्म में वो एक अमीर बाप की औलाद है, जो दोस्तों पर जान छिड़कता है. हालांकि, वो आम लोगों की तरह बिगड़ैल नहीं है. वो अपने पिता के पैसों के दम पर लोगों के सामने हेकड़ी नहीं जमाता है. उसके पिता भ्रष्ट होते हैं. इसलिए वो उन्हें कभी अपना रोल मॉडल नहीं मानता. करण ने हमें हमेशा सही का साथ देना सिखाया, चाहे इसके लिए आपको अपनी फ़ैमिली के खिलाफ़ भी क्यों न जाना पड़े.

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6. ‘पग़लैट’ फ़िल्म की ‘संध्या’

इस फ़िल्म में सान्या मल्होत्रा द्वारा निभाए गए क़िरदार ‘संध्या‘ के पति की मृत्यु हो जाती है. समाज उसे काफ़ी सारे विचार और ज़िम्मेदारियों से क़ैद करने की कोशिश करता है. लेकिन संध्या को इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता. वो इन सब चीज़ों से आज़ाद होकर आसमान में एक आज़ाद पक्षी की तरह उड़ना चाहती है. वो हमें बताती है कि किसी की ज़िंदगी कभी ठहरती नहीं है. (Bollywood Inspiring Characters)

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7. ‘इंग्लिश विंग्लिश’ फ़िल्म की ‘शशि’

श्रीदेवी द्वारा निभाए गए ‘शशि‘ के क़िरदार ने हमें बताया कि कुछ नया सीख़ने के बीच में आपकी उम्र कभी रोड़ा नहीं बन सकती. आप कभी भी कुछ सीखने के लिए नए सिरे से शुरुआत कर सकते हैं. अक्सर हम ये सोचने लगते हैं कि ‘लोग क्या कहेंगे‘. लेकिन अगर तक आपको ख़ुद में विश्वास है, तो आप दुनिया में कभी भी कुछ भी हासिल कर सकते हैं. 

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ज़िंदादिल की मिसाल हैं ये बॉलीवुड कैरेक्टर्स.