Bollywood Lyricist Sudhakar Sharma: बॉलीवुड फ़िल्में गानों के बिना अधूरी मानी जाती हैं. कोई गाना तभी अच्छा बनता है जब उसे किसी अच्छे गीतकार ने लिखा हो. बॉलीवुड में गुलज़ार, जावेद अख़्तर, समीर, प्रसून जोशी, इरशाद कामिल और अमिताभ भट्टाचार्य समेत ऐसे कई बेहतरीन गीतकार (Lyricist) हैं, जो अपनी अद्भुत लेखनी के लिए जाने जाते हैं. ये वो गीतकार हैं जिनका हर एक गाना लंबे समय तक लोगों की ज़ुबान पर रहता है. इन्हीं में से एक सुधाकर शर्मा (Sudhakar Sharma) भी हैं. आप में से शायद ही कोई इस नाम से वाक़िफ़ हो. लेकिन बॉलीवुड के म्यूज़िक डायरेक्टर्स के बीच सुधाकर शर्मा का नाम ही काफ़ी है.
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सुधाकर शर्मा (Sudhakar Sharma) अब तक क़रीब 650 बॉलीवुड फ़िल्मों के लिए गाने लिख चुके हैं और उनके 3000 से अधिक गाने रिलीज़ भी हो चुके हैं. इसके अलावा क़रीब 1500 अलग-अलग तरह के म्यूज़िक एल्बम के लिए भी गाने लिख चुके हैं. सुधाकर बॉलीवुड के उन चंद गीतकारों में से एक हैं जो गाने लिखने नहीं, बल्कि ऑन द स्पॉट बनाते हैं. अगर ग़लती से कोई गाना लिख भी लेते हैं तो वो कभी रिलीज़ ही नहीं हो पाता. वो केवल लिरिक्स राइटर ही नहीं, बल्कि एक्टर और डायरेक्टर भी हैं.
गीतकार सुधाकर शर्मा को बॉलीवुड में मिस्टर चुनरिया के नाम से भी जाना जाता है. इस नाम के पीछे की कहानी भी बेहद दिलचस्प है. साल 1998 में सलमान ख़ान और काजोल स्टारर फ़िल्म प्यार किया तो डरना क्या रिलीज़ हुई थी. ये फिल्म बॉक्स ऑफ़िस पर सुपरहिट रही थी. केवल फ़िल्म ही नहीं इसका म्यूज़िक भी सुपरहिट रहा था. इसी फ़िल्म से हिमेश रेशमिया ने बतौर म्यूज़िक डायरेक्टर बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस फ़िल्म का ओढ़ ले चुनरिया गाना सुपर डुपर हिट रहा था और सुधाकर शर्मा ही इसके राइटर थे.
सुधाकर शर्मा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि, इस गाने को गंवाने के लिए उन्हें अलका याग्निक और कुमार सानू के ख़ूब चक्कर कटाने पड़े थे. अलका याग्निक ने तो भारी फ़ीस की डिमांड भी रख दी थी, लेकिन गाना रिकॉर्ड होने के बाद उन्होंने वही फ़ीस ली जो सुधाकर ने उन्हें ऑफ़र की थी. गाने की रिकॉर्डिंग के लिए नदीम-श्रवण से भी गुज़ारिश करनी पड़ी.
सुधाकर शर्मा बताते हैं कि, गाना रिकॉर्ड होने के बाद जब उन्होंने हिमेश रेशमिया से फ़िल्म में हीरोइन का नाम पूछा तो काजोल का नाम सुनकर वो चौंक गए. इसके बाद उन्होंने हिमेश से कहा कि फ़िल्म में काजोल जैसी ख़ूबसूरत आंखों वाली एक्ट्रेस हैं. ऐसे में उनकी आंखों की तारीफ़ न हो ऐसा कैसे हो सकता है. इसके बाद सुधाकर ने तुरंत कुमार सानू को फ़ोन लगाया और विनती कि वो गाने की 2 लाइन गाने के लिए आ जाएं और सानू दा मान भी गये.
गाने की वो दो लाइनें ये थीं-
तौबा-तौबा ये आंखें
कहती हैं सौ-सौ बातें,
जाने कैसा जादू है
मेरा दिल बेक़ाबू है
सुधाकर शर्मा से इस गाने के बाद बॉलीवुड का हर म्यूज़िक डायरेक्टर चुनरिया शब्द को लेकर गाने बनाने की रिक़्वेस्ट करने लगा था. इसी वजह से उन्होंने ‘चुनरिया’ शब्द को लेकर 187 गाने लिख डाले, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
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