Bollywood Movies That Have No Heroines: फ़िल्मों की जब बात आती है तो दिमाग़ में हीरो-हीरोइन ज़रूर घूमते हैं. हीरो का काम ही इंडियन फ़िल्मों में ऐसा रखा जाता है कि उसे हीरोइन को विलेन से बचाना है, ब्याह कर घर बसाना है और ज़रूरत पड़े तो चौराहे-चौराहे पर उसके लिए जूते खाना है. मगर सभी बॉलीवुड फ़िल्में ऐसी नहीं होतीं. कुछ तो बिना हीरोइन के भी बनी हैं, जहां हीरो लोग खाली अपनी ही फैलाई भसड़ समेटने में लगे रहते हैं. (Bollywood Films Without Actress)

आज हम आपको ऐसी ही बॉलीवुडिया फ़िल्मों के बारे में बताएंगे, जिनमें हीरोइन थी ही नहीं. (Bollywood Movies Without Lead Actress)

Bollywood Movies That Have No Heroines

1. फ़रारी की सवारी (2012)

इस स्पोर्ट्स ड्रामा फ़िल्म में शरमन जोशी, बोमन ईरानी और ऋत्विक सहोरे प्रमुख भूमिकाओं में थे. फ़िल्म पिता और बेटे के बीच की इमोशनल केमिस्ट्री पर बेस्ड थी. फ़िल्म में कोई भी लीड एक्ट्रेस नहीं थी.

2. यादें (1964)

सुनील दत्त के निर्देशन में बनी इस ब्लैक एंड व्हाइट फ़िल्म में भी कोई एक्ट्रेस नहीं थी. फ़िल्म एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जिसे लगता है कि उसकी बच्चों और पत्नी ने उसे छोड़ दिया है. कहानी में सुनील दत्त के क़िरदार को छोड़कर बाकी सबकी सिर्फ़ आवाज़ ही सुनाई देती है.

3. आमिर (2008)

राजकुमार गुप्ता की एक्शन थ्रिलर में कोई हीरोइन नहीं थी. इसमें राजीव खंडेलवाल को एक मुस्लिम डॉक्टर के रूप में दिखाया गया है, जो मुंबई लौटने पर एक रहस्यमय कॉलर द्वारा आतंकवादी साज़िश में शामिल हो गया.

4. ए वेडनेसडे (2008)

इस फिल्म में भी हीरोइन नदारद थी. नसीरूद्दीन शाह और अनुपम खेर के कंधों पर पूरी फ़िल्म का भार था. दोनों ने अपनी उम्दा एक्टिंग से सबका दिल जीत लिया था.

5. धमाल (2007)

फ़िल्म में पांच-पांच हीरो थे, लेकिन हीरोइन एक भी नहीं. फिर भी इनकी हंसोड़ पंंती के बीच इस कमी का एहसास भी नहीं हुआ.

6. OMG – ओह माय गॉड (2012)

अंधविश्वास को चैलेंज करने वाली इस फ़िल्म में परेश रावल ने भगवान पर ही केस कर डाला था. वैसे तो पूरी मूवी वन मैन शो थी, लेकिन उसमें अक्षय कुमार की एंट्री ने भी नई जान फूंक दी. हालांकि, फ़िल्म में फ़ीमेल लीड कोई भी नहींं थी.

7. चेन कुली की मेन कुली (2007)

क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये एक बेहतरीन फ़िल्म हो सकती है. एक अनाथ बच्चे का क्रिकेटर बनने का सपना और राहुल बोस की एक्टिंग, दोनों ने फ़िल्म को काफी इमोशनल कर दिया. फ़िल्म की कहानी में लीड एक्ट्रेस को जगह नहीं मिली थी.

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