आज बॉलीवुड(Bollywood) में एक से बढ़कर एक फ़िल्में बनाई जा रही हैं. बायोपिक से लेकर एक्शन तक. इसके अलावा OTT पर वेबसीरीज़ की भी भरमार है. मगर एक समय ऐसा था जब बहुत कम फ़िल्में(Movies) बनती थीं और वो इस तरह से बनाई जाती थीं कि उन्हें आप आराम से अपनी फ़ैमिली के साथ बैठकर इंजॉय कर सकें. 

90 के दशक में रिलीज़ होने वाली फ़िल्मों का असली मज़ा सबके साथ देखने में ही आता था. इस तरह इन फ़िल्मों के साथ हमारी कुछ खट्टी-मीठी यादें और इमोशन भी जुड़ जाते थे. चलिए जानते हैं कुछ ऐसी फ़िल्मों के बारे में जो 90’s के लोगों के लिए मूवी नहीं, बल्कि एक इमोशन हैं. 

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1. हम साथ साथ हैं 

आज भी जब ये मूवी टीवी पर आती है तो आप पक्का एक पल रुक कर इसे देखते हैं. इसके सारे सीन या आ जाते हैं. साथ वो यादें भी जब किसी शादी या फंक्शन में पूरे परिवार के बच्चे इकट्ठे हो धमाल मचाते थे.

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2. बॉर्डर 

बचपन में हमारे अंदर देशभक्ति का जज़्बा पैदा करने में इस फ़िल्म बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. इसके डायलॉग से लेकर गाने तक सभी हमें आज भी याद हैं.

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3. अंदाज़ अपना अपना 

90 के दशक में कॉमेडी का दूसरा नाम हुआ करती थी ये फ़िल्म. इसकी कैसेट और सीडी लाकर न जाने कितनी बार फ़ैमिली के साथ देख ठहाके लगाए थे.

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4. कुछ कुछ होता है 

प्यार क्या होता है इसने हमें सिखाया था, साथ ही इसने प्यार के लिए बलिदान देना भी सिखाया था. छोटी अंजली और वो सरदार जी को याद कर आज भी दिल ख़ुश हो जाता है. 

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5. रंगीला 

इस मूवी का टाइटल ट्रैक उस वक़्त ख़ूब फ़ेमस हुआ था, लोग ये गाना बजते ही नाचने लगते थे. फ़िल्म की कहानी भी अपने समय से काफ़ी आगे थी जो लोगों को ख़ूब पसंद आई थी. 

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6. हम आपके हैं कौन 

90’s में शादियों में कुछ इस फ़िल्म जैसा ही माहौल होता था. इसने रिश्तों को निभाना और उनके लिए त्याग करना सिखाया था. इसके गाने तो आज भी लोग गुनगुनाते हैं. 

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7. दिल तो पागल है 

दोस्ती और प्यार का अच्छा पाठ पढ़ाया था इस फ़िल्म ने. इस फ़िल्म में माधुरी दीक्षित और करिश्मा कपूर के बीच जो डांस वाला सीन है उसने तो पर्दे पर आग लगा देने का काम किया था. 

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8. प्यार किया तो डरना क्या 

सलमान, काजोल, धर्मेंद्र और अरबाज़ ख़ान जैसे सितारों से सजी इस फ़िल्म के सभी गाने सुपरहिट थे. फ़िल्म की कहानी भी लोगों को पसंद आई थी. ये एक ऐसी फ़िल्म है जिसे आप कभी भी अपने परिवार के साथ आराम से देख सकते हैं. 

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9. जो जीता वही सिकंदरइस 

फ़िल्म का ‘पहला नशा’ गाना सुनते ही आज भी हमें अपने स्कूल क्रश की याद आ जाती है. फ़िल्म में अमीर और ग़रीब बच्चों के फ़र्क और उसका उन पर क्या असर पड़ता है बखूबी दिखाया गया था. 

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10. दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे 

DDLJ ने हमें ये आशा दी थी कि ज़िंदगी में हमें कभी सच्चा प्यार होगा. इसने हमें विदेशों में छुट्टी मनाने और वहां किसी इंडियन के प्यार में पड़ जाने के सपने भी दिखाए थे.

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इन फ़िल्मों का नाम सुन आपको अपने बचपन की याद आई कि नहीं?