बॉलीवुड स्टार्स (Bollywood Stars) से जुड़ी चटपटी बातें सुनना हर किसी को काफ़ी पसंद आता है. लेकिन जब क़िस्से पुराने हों तो मज़ा दो गुना हो जाता है. किस स्टार का किसके साथ अफ़ेयर है, कौन स्टार सबसे ज़्यादा फ़ीस लेता है, किन स्टार्स की आपस में नहीं बनती और किन स्टार्स को रिजेक्ट कर दिया गया था? फ़लां फ़लां ख़बरें फ़ैंस को काफ़ी पसंद आती हैं.
बात अगर रिजेक्शन की ही हो रही है तो आज हम आपके साथ माधुरी दक्षित से जुड़ा एक ऐसा क़िस्सा शेयर करने जा रहे हैं, जब उन्हें ‘दूरदर्शन’ ने रिजेक्ट कर दिया था. चलिए जानते हैं आख़िर वो क़िस्सा क्या था?
बात साल 1983 की है. माधुरी दीक्षित बॉलीवुड में एंट्री के लिए स्ट्रगल कर रहीं थी. इस दौरान उन्हें ‘बॉम्बे मेरी है’ नाम के एक टीवी सीरियल में काम करने का मौक़ा मिला. ये सीरियल दूरदर्शन पर टेलीकास्ट होना था, लेकिन शूटिंग पूरी होने के बावजूद ये कभी टेलिकास्ट नहीं हो पाया. यहां तक कि इसका पायलट एपिसोड भी तैयार हो चुका था, बावजूद इसके दूरदर्शन ने इसे रिजेक्ट कर दिया था.
आख़िर ये टीवी शो टेलीकास्ट क्यों नहीं हुआ?
‘बॉम्बे मेरी है’ शो में माधुरी दीक्षित और बेंजामिन गिलानी मुख्य भूमिका में थे. बेंजामिन गिलानी उस दौर में कई टीवी शो में नज़र आ चुके थे, लेकिन माधुरी नई थीं. इस दौरान दूरदर्शन का कहना था कि इस शो की कास्ट ऐसी नहीं है कि उसे प्रमोट किया जा सके. इसलिए दूरदर्शन ने इसे टेलीकास्ट करने से साफ़ मना कर दिया. ऐसे में माधुरी को डेब्यू करने का मौक़ा ही नहीं मिल पाया.
क्या थी इस शो की कहानी?
ये एक फ़ैमिली कॉमेडी-ड्रामा सीरियल था. इसकी कहानी बेहद साधारण सी थी. इसमें माधुरी हॉउस वाइफ़, जबकि उनके पति स्क्रिप्ट राइटर होते हैं. शादी के बाद ये लोग जब एक चॉल में शिफ्ट होते हैं. इस दौरान जब पड़ोसियों को पता चलता है कि माधुरी के पति फ़िल्म में स्क्रिप्ट राइटर हैं तो लोग उनके घर दौड़े चले आते हैं और फ़िल्म व हीरो के बारे में पूछने लगते हैं. शो के प्रोमो में कुछ ऐसा ही दिखाया गया था.
इसके 1 साल बाद बाद माधुरी दीक्षित ने साल 1984 में ‘अबोध’ फ़िल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. ये फ़िल्म चली नहीं. इस दौरान उन्होंने कुछ और फ़िल्में भी की ये भी नहीं चली. इसके बाद साल 1988 में माधुरी ने सुपरहिट फ़िल्म ‘तेज़ाब’ से धमाकेदार वापसी की. ‘तेज़ाब’ के बाद माधुरी ने लगातार 7 सुपरहिट फ़िल्में ‘राम लखन’, ‘त्रिदेव’, ‘कृष्ण कन्हैया’, ‘दिल’, ‘थानेदार’, ‘साजन’ और ‘बेटा’ दी.