Bollywood Toxic Dialogues : आपने कई बार लोगों के मुंह से ये बात सुनी होगा कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती है. अगर हम ये कहें कि इस विचार को हमारे दिमाग में गढ़ने का काफ़ी हद तक क्रेडिट बॉलीवुड को जाता है, तो बिल्कुल भी ग़लत नहीं होगा. ऐसी कई सारी फ़िल्में हैं, जिनमें प्यार के नाम पर केवल टॉक्सिसिटी को दर्शाया गया है. इन फ़िल्मों के डायलॉग्स भी इस तरह से लिखे गए हैं कि उनके हर शब्द में टॉक्सिटी ही झलकती है.
आइए आपको हम अपने कैम्पेन #LoveKiBoundary के ज़रिए कुछ ऐसी फ़िल्मों के डायलॉग्स के बारे में बता देते हैं, जो रियलिटी में बेहद प्रॉब्लमेटिक हैं.
1- मैंने प्यार किया (1989)
2. वांटेड (2009)
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3. जब वी मेट (2007)
4. कुछ कुछ होता है (1998)
5. दिल धड़कने दो (2015)
6. नमस्ते लंदन (2007)
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7. हम तुम्हारे हैं सनम (2002)
8. जब वी मेट (2007)
9. रांझणा (2013)
10. जीत (1996)
11. कबीर सिंह (2019)
12. तेरे नाम (2003)
13. रहना है तेरे दिल में (2001)
14. कबीर सिंह (2019)