1988 में रिलीज़ हुई सुपरहिट फ़िल्म ‘तेज़ाब’ को अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित और इस फ़िल्म के गीत-संगीत के लिए याद किया जाता है. फ़िल्म के गाने ‘एक दो तीन…’ और ‘सो गया ये जहां…’ तो दो-तीन फ़िल्मों में रिक्रिएट किए जा चुके हैं. ऐसी सुपरहिट फ़िल्मों के बारे में कुछ न कुछ जानना लोगों के लिए काफ़ी मज़ेदार होता है. तेज़ाब फ़िल्म से जुड़ा एक मज़ेदार क़िस्सा आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, जो इस फ़िल्म के किरदार ‘बब्बन’ से जुड़ा है.

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एन. चंद्रा द्वारा निर्देशित ‘तेज़ाब’ में चंकी पांडे ने अनिल कपूर के जिगरी दोस्त ‘बब्बन’ का रोल निभाया था. इस रोल की लोगों और क्रिटिक्स ने ख़ूब तारीफ़ की थी. फ़िल्म में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भले ही अनिल कपूर ने जीता हो, लेकिन लोगों का दिल शर्तिया ‘बब्बन’ यानी के चंकी पांडे ने जीता था.

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एक ऐसा दोस्त जो किसी भी मोड़ पर अपने दोस्त का साथ नहीं छोड़ता फिर चाहे हालात कितने ही मुश्किल क्यों न हो. उस पर से चंकी पांडे पर फ़िल्माए गए गाने ‘सो गया ये जहां…’ ने तो लोगों को इमोशनल कर दिया था. इसके लिए आज भी उन्हें याद किया जाता है.  

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ख़ैर, आपको जानकर हैरानी होगी कि ‘बब्बन’ का रोल चंकी पांडे से पहले गोविंदा को ऑफ़र किया गया था. लेकिन डेट्स का मसला होने के चलते वो ये फ़िल्म नहीं कर पाए थे. इसके बाद एन. चंद्रा ने ये रोल चंकी पांडे को दिया था. यही नहीं इस फ़िल्म में कुछ एक्सट्रा शॉट्स भी उन्होंने चंकी पांडे के साथ शूट किए थे.

चंकी पांडे ने ख़ुद इस बात का ज़िक्र अपने एक इंटरव्यू में किया है. उन्होंने इस फ़िल्म से जुड़ा एक और क़िस्सा शेयर किया. उन्होंने बताया कि एक बार अनिल कपूर और वो दोनों फ़िल्म की शूटिंग करने के बाद रात में एक होटल में खाना खाने गए थे.

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रात के 3 बज रहे थे और दोनों को देख होटल का मैनेजर हैरान रह गया और उनसे पूछा कि डॉक्टर को बुलाया जाए. क्योंकि दोनों शूटिंग से अपनी ड्रेस चेंज किए बिना ही होटल चले गए थे और उनके कपड़ों पर नकली ख़ून लगा हुआ था. मैनेजर द्वारा ये सवाल पूछने के बाद उन्होंने बताया था कि वो फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे और ड्रेस चेंज करना भूल गए थे.

‘तेज़ाब’ फ़िल्म से जुड़ा ये क़िस्सा आप यहां पढ़ सकते हैं.

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