फ़रवरी के महीने में एक दिन आता है जो डेडिकेटेड होता है लवर्स के लिए नाम है वैलेंटाइन डे. आजकल के यंगस्टर्स में इस दिन को सेलिब्रेट करने की ख़ुशी उनके चेहरे से साफ़ दिखाई दे जाती है. वो इस अपने पार्टनर/लवर को इस दिन को स्पेशल बनाने के लिए पहले से ही प्लानिंग करने लगते हैं. उसके लिए क्या गिफ़्ट ख़रीदना है, उसे डेट पर कहां लेकर जाना है जैसी सारी चीज़ों की प्लानिंग पहले से ही कर ली जाती है. 

मगर 90 के दशक में कुछ गिने-चुने ही लोग थे जिन्हें ये पता था कि प्यार के लिए कोई ख़ास दिन भी होता है. इन लोगों को एक फ़िल्म को देखकर समझ आया था वैलेंटाइन डे का असल मतलब. ये फ़िल्म थी दिल तो पागल है. 

1997 में रिलीज़ हुई इस फ़िल्म में वैलेंटाइन डे क्या होता है और इसे किसके साथ मनाते हैं. इसकी पूरी डिटेल्स बताई गई थी फ़िल्म की हिरोइन माधुरी दीक्षित ने. फ़िल्म का वो ख़ास सीन को आप यहां देख सकते हैं:

इस मूवी को देखने के बाद ही मुझ जैसे तमाम युवाओं को वैलेंटाइन डे का असल मीनिंग समझ आया था. ऐसा नहीं था कि हमें प्यार का मतलब या फिर उसके एहसास के बारे में नहीं पता था. पर अपने पार्टनर को ख़ास कैसे महसूस कराना है वो इस फ़िल्म से ही हमें पता चला था.  

उसके लिए वैलेंटाइन डे कार्ड ख़रीदना, उसे स्पेशल महसूस कराने के लिए डेट पर ले जाना और गिफ़्ट देकर उसे प्रपोज़ करना, उस ज़माने के युवाओं को इसी ने सिखाया था. हम जैसे लोग जो सिंगल हुआ करते थे, जिनकी गर्लफ़्रेंड नहीं थी, वो अपने दोस्तों को चिढ़ाते थे और उनसे पार्टी की डिमांड करते थे.

पहली बार इश्क़वाला लव क्या होता है असल में इस मूवी को देखने के बाद ही पता चला था. अपने प्यार को एक्सप्रेस करने और सामने वाले को इसका एहसास दिलाना इसने ही सिखाया था. अगर आप भी 90 के दशक के युवा हैं तो आपने भी ये बात नोटिस की होगी. 

हां एक बात और वैलेंटाइन्स डे वाले दिन इस फ़िल्म के ही गाने सबसे अधिक गाए और बजाए जाते थे. जाते-जाते इसके एक सुपरहिट गाने के साथ आपको छोड़े जा रहे हैं. इसे सुनते हुए आप भी अपने वैलेंटाइन को याद कर लीजिए.

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