‘रुदाली’, फ़िल्मी कीड़ों, फ़िल्म स्टडीज़ के छात्र, थियेटर के दीवाने और मीडिया स्टडीज़ के छात्र ने ये फ़िल्म पक्का देखी होगी. अगर आपने फ़िल्म नहीं भी देखी होगी तो वो लता जी की आवाज़ में डिंपल कपाड़िया पर फ़िल्माया वो गाना तो सौ प्रतिशत सुना होगा, ‘दिल हुम हुम करे, घबराए…’

HT

इस फ़िल्म की और ‘दर्मियां’, ‘दमन’ की निर्देशिका हैं कल्पना लाजमी. कल्पना कुछ समय से किडनी कैंसर से ग्रसित थीं. आज सुबह उनकी तबियत ज़्यादा ख़राब हो गई और उन्हें ICU में भर्ती करवाना पड़ा.

पीटीआई से बात करते हुए कल्पना ने कहा,

मंगलवार सुबह मेरे दिल की धड़कनें काफ़ी कम हो गईं और मैं असहज महसूस कर रही थी. मेरी दोनों किडनियां ही ढंग से काम नहीं कर रही हैं. कल भुपेन हज़ारिका की पुण्यतिथि थी. मैं एक प्रोग्राम में सम्मिलित होने नवि मुंबई गई थी, शायद इसलिये ज़्यादा बीमार हो गई. आज सुबह उठने के बाद मुझे काफ़ी कमज़ोरी लग रही थी. इसके बाद मुझे ICU में भर्ती करवाया गया.

फ़िल्म निर्माता/निर्देशक कल्पना का कहना है कि 24-48 घंटों में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

कल्पना को हर हफ़्ते Dialysis की ज़रूरत पड़ती है. फ़िल्म इंडस्ट्री के कई लोगों ने उनकी आर्थिक सहायता देने की पेशकश की है.

The Statesman

कल्पना ने बताया,

आमिर खान, रोहित शेट्टी, सलमान खान, करन जौहर, आलिया भट्ट, सोनी राज़दान, नीना गुप्ता. सबने मेरी मदद की है. Dialysis एक ताउम्र चलने वाली प्रक्रिया है.

कल्पना, 40 वर्षों तक गायक, भूपने हज़ारिका की पार्टनर थीं और उनकी ज़िन्दगी पर Biopic बनाना चाहती थीं. ये प्लान फिलहाल ठंडे बस्ते में जा चुका है. 2011 में भूपेन हज़ारिका की मृत्यु के बाद कल्पना टूट सी गईं थीं.

‘रुदाली’ के लिए अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया को नेशनल अवॉर्ड से नवाज़ा गया था.

Huffington Post

कल्पना लाज़मी, मशहूर चित्रकार ललिता लाज़मी की सुपुत्री हैं. ललिता लाज़मी ने 2007 में आई ‘तारे ज़मीन पर’ में Guest Appearance दिया था.

हम उम्मीद करते हैं कि कल्पना जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएंगी.

Feature Image Source- India Today