साल 1971 में देव आनंद, ज़ीनत अमान और मुमताज़ की फ़िल्म हरे रामा हरे कृष्णा (Hare Rama Hare Krishna) रिलीज़ हुई थी. इस फ़िल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और राइटर भी देव आनंद ही थे. फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर सुपरहिट साबित हुई थी. केवल फ़िल्म ही नहीं इसके गाने भी सुपरहिट साबित हुए थे. इनमें ‘दम मारो दम’, ‘फूलों का तारों का’, ‘कांची रे कांची रे’ जैसे सॉन्ग आज भी लोगों की ज़ुबान पर हैं.

youtube

हरे रामा हरे कृष्णा फ़िल्म के लिए ज़ीनत अमान ने ‘फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ का अवॉर्ड अपने नाम किया था. जबकि आशा भोसले ने फ़िल्म के ‘Dum Maro Dum’ गाने के लिए ‘फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फ़ीमेल प्लेबैक सिंगर’ का अवॉर्ड जीता था. आशा भोसले द्वारा गाया गया ये गाना बेहद हिट रहा था. आज भी डीजे नाईट से लेकर गंजेड़ियों की महफ़िल तक, हर कोई इस गाने पर झूमता नज़र आता है.

filmfare

देव आनंद (Dev Anand) की इस सुपरहिट फ़िल्म में म्यूज़िक आर.डी. बर्मन ने दिया था, जबकि गाने आनंद बख्शी ने लिखे थे. वैसे तो फ़िल्म के सभी गाने बेहतरीन थे, लेकिन ‘दम मारो दम’ गाने को लेकर उस दौर में एक बड़ी कंट्रोवर्सी हो गई थी. भारत सरकार ने तो इस गाने को बैन तक कर दिया था.

bolywoodfiles

दिवंगत म्यूज़िक डायरेक्टर आर. डी. बर्मन और इस गीत को लिखने वाले आनंद बख्शी ने अपने एक इंटरव्यू में ख़ुलासा किया था कि, तत्कालीन सरकार ने इस गाने को बैन कर दिया था. सरकार को गाने में ‘भगवान राम’ का नाम ‘दम’ से जोड़ने पर आपत्ति थी. इसलिए शुरुआत में AIR और DD ने इस गाने को बैन कर दिया था.

भारत सरकार का मानना था कि इस गाने की वजह से देश में ‘हिप्पी संस्कृति’ को बढ़ावा मिलेगा. हालांकि, बाद में काफ़ी जद्दोजहद के बाद गाने को सेम टू सेम लिरिक्स के साथ रिलीज़ किया गया. आज यही फ़िल्म का सबसे बड़ा हिट गाना माना जाता है.