कैलाश खेर को आज कौन नहीं जानता. उनकी आवाज़ कानों में पड़ते ही लोग झूमने लगते हैं. देश-दुनिया में उनके चाहने वाले हैं. लेकिन एक वक़्त ऐसा भी था, जब ये मशहूर सिंगर अपनी ज़िंदगी से इतना निराश हो गया था कि वो आत्महत्या करना चाहता था.
जी हां, इस बात ख़ुलासा ख़ुद कैलाश खेर ने एक इंटरव्यू के दौरान किया है. इसके पीछे उन्होंने बार-बार मिलने वाली असफ़लता को कारण बताया.
‘जब मैं मुंबई आया, तो मुझे कई बार रिजेक्शन झेलना पड़ा. मैं ज़िंदगी में इतना दुख़ी हो चुका था कि मैंने ख़ुद को मारने की भी कोशिश की.’
-कैलाश खेर
हालांकि, आज कैलाश खेर जिस मुक़ाम पर हैं, उससे वो काफ़ी ख़ुश हैं. कैलाश अब ज़िंदगी में एक ही मंत्र को फॉलो करते हैं. ‘जो टूट कर बना, जिसे मौत ने जना, वो और क्या टूटे, वो और क्या मरे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने सबकुछ खो दिया था, अब खोने को कुछ नहीं था और इसने ही मुझे प्रेरित किया.’
खैर, ये पहली बार नहीं है जब किसी गायक ने अपने संघर्षों के बारे में बात की हो. इसके पहले सोनू निगम ने भी एक बार कहा था कि इस इंडस्ट्री में टिकना ख़ासतौर से सिंगिंग में, ये आसान काम नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया था कि जैसे अभिनय में माफ़िया होता है, वैसे ही गायन में भी बड़ा माफ़िया होता है.