Films And Web Series Village Fake Location: हिंदी फ़िल्मों और वेब सीरीज़ का एक से एक ख़ूबसूरत लोकेशन में शूटिंग करने का पुराना इतिहास रहा है. कभी शहर की चमक तो कभी गांव में लहलहाते झरने और उसकी सौंधी मिट्टी, शायद ही ऐसी कोई जगह हो, जो शूटिंग के लिहाज़ से फ़िल्म इंडस्ट्री से अछूती रह गई हो. ऐसी कई फ़िल्में और वेब सीरीज़ बनी हैं, जिसमें ग्रामीण परिवेश को बेहद परफ़ेक्ट तरीके से दर्शाया गया है. भारत की आधी से ज़्यादा आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में बसी है, जिस वजह से लोग गांव के बैकड्रॉप में बनी मूवीज़ से ज़्यादा अच्छे से कनेक्ट कर पाते हैं. हाल ही में आई वेब सीरीज़ पंचायत (Panchayat) का दूसरा सीज़न इस बात का सटीक उदाहरण है. हालांकि, हैरान करने वाली बात ये है कि इस सीरीज़ में जो फुलेरा गांव दिखाया गया है, वहां असल में इसकी शूटिंग नहीं हुई है.
तो आइए आपको कुछ ऐसी ही फ़िल्मों और वेब सीरीज़ (Films And Web Series Village Fake Location) के बारे में बताते हैं, जिनमें दिखाए गए गांवों की लोकेशन असल में नकली थी.
1- पंचायत सीज़न 1 और 2
ये सीरीज़ एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) की ज़िंदगी पर आधारित है, जो फुलेरा गांव में पंचायत सेक्रेटरी बन जाता है. ये सीरीज़ अब लाखों भारतीयों के दिल में बस चुकी है. ये शो चीज़ों को बढ़ा-चढ़ा कर नहीं दिखाता है या फिर ग्रामीण भारत को व्यूअर्स के इमोशनल एंगल लाने के लिए यूज़ नहीं करता है. इसमें ‘फुलेरा गांव‘ को यूपी के बलिया ज़िले के विकासखंड फकौली का एक गांव बताया गया है. लेकिन ये गांव असल में यूपी के बागपत ज़िले की खेकड़ा तहसील में स्थित है. जो उप-ज़िला मुख्यालय खेकरा से 13 किमी दूर है. जबकि इसकी शूटिंग मध्य प्रदेश के एक रियल ग्राम पंचायत ऑफ़िस में की गई है, जो वेब सीरीज़ में दिखाई भी देता है.
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2- शोले
अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र स्टारर आइकॉनिक मूवी ‘शोले’ को हम कैसे भूल सकते हैं? इसके डायलॉग आज भी लोगों की जुबां पर हैं. इसमें दिखाया गया गांव रामगढ़ गांव भी असली नहीं, बल्कि फ़िक्शनल था. इसका नाम बेंगलुरु के गांव रामनगरम या रामनगर से लिया गया था. यहीं पर शोले की टीम ने गांव का पूरा सेट तैयार किया था. रामनगर के 10-किमी के दायरे में 7 पहाड़ियां स्थित हैं, जिसमें रामदेवर बेट्टा भी शामिल है. यहां 1975 में आई इस फ़िल्म में दिवंगत अमज़द ख़ान द्वारा अभिनीत गब्बर सिंह को चित्रित किया गया था. (Films And Web Series Village Fake Location)
Films And Web Series Village Fake Location
3- स्वदेस
आशुतोष गोवारिकर की ये मूवी शाहरुख़ ख़ान अब तक के बेस्ट कामों में से एक मानी जाती है. ये एक NRI की दिल छूती हुई कहानी है, जो अपने देश में ही अपनी जड़ें ढूंढता है. इस फ़िल्म के फैंस मूवी में दिखाए गए चरणपुर गांव को कभी नहीं भूल सकते. हालांकि, वास्तव में चरणपुर का काल्पनिक गांव, जिसे उत्तर प्रदेश में दिखाया गया था, उसकी शूटिंग वाई में हुई थी, जो मुंबई से 4 घंटे की दूरी पर है.
4- लगान
ये बॉलीवुड में प्रोड्यूस हुई सबसे बेस्ट मूवीज़ में से एक ‘लगान’ ऑस्कर के लिए ‘बेस्ट फॉरेन फ़िल्म’ की कैटेगरी में नॉमिनेट हुई थी. ब्रिटिश राज के समय में सेट की गई ये फ़िल्म एक छोटे से गांव ‘चंपानेर’ की कहानी बताती है, जिसने अंग्रेज़ों को उनके ही खेल में हरा दिया था. गांववालों को क्रिकेट में अंग्रेज़ों को हराना था ताकि वो उस पूरी जगह पर तीन सालों के लिए टैक्स न लगा पाएं. हालांकि, फ़िल्म में दिखाया गया वो क्षेत्र असल में गुजरात के क़रीब स्थित कनुरा गांव है. इस मूवी का आइकॉनिक फ़ील लेना है, तो कनुरा गांव का एक बार ज़रूर टूर कर आइए. (Films And Web Series Village Fake Location)
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5. बिल्लू
इसमें दिखाई गई दिल छू लेने वाली एक फ़ेमस स्टार और अपना गुज़ारा जैसे-तैसे करने वाले बार्बर के बीच दोस्ती की कहानी हमारी फ़ेवरेट है. ये एक शर्मीले व्यक्ति की कहानी है, जो उसके गांव आए फ़ेमस मूवी स्टार से बरसों पुरानी अपनी दोस्ती स्वीकार करने में हिचकिचाता है. इस मूवी में आधा आकर्षण तो हरियाली और चावल के खेत अपनी ओर कर लेते हैं. इसमें दिखाया गया बुदबुदा गांव असल में मौजूद नहीं है. इसकी असल में शूटिंग तमिलनाडु के ‘पोल्लाची गांव’ में हुई है.
6. गुरु
मणिरत्नम द्वारा डायरेक्ट की गई ये फ़िल्म मशहूर बिज़नेसमैन धीरूबाई अंबानी की फ़िक्शनल कहानी है. इसमें गुजरात के ‘बादामी गांव’ को दिखाया गया है. पर आपको बता देते हैं कि असल में बादामी गांव गुजरात में नहीं, बल्कि कर्नाटक में स्थित है. ये सैंकड़ों मंदिरों का घर है, जिसके दर्शन के लिए हज़ारों पर्यटक वहां हर साल आते हैं. (Films And Web Series Village Fake Location)
7. बैंडिट क्वीन
साल 1994 में आई ये बायोग्राफ़िकल फ़िल्म माला सेन की क़िताब ‘India’s Bandit Queen: The True Story of Phoolan Devi’ पर आधारित थी. इसमें बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस सीमा बिस्वास ने लीड रोल निभाया था. इस फ़िल्म ने कई अवार्ड्स अपने नाम किए थे. इस मूवी में उत्तर प्रदेश का एक छोटा सा गांव दिखाया गया था. जबकि इसकी शूटिंग राजस्थान के ढोलपुर गांव में हुई थी.
8. सूर्यवंशम
सेट मैक्स हर 2 दिन पर आने वाली अमिताभ बच्चन स्टारर ये मूवी रिलीज़ के टाइम उतनी पॉपुलर नहीं हुई थी, जितनी बाद में हो गई. ये फ़िल्म भरतपुर गांव के एक सरपंच ठाकुर भानुप्रताप सिंह और उनके अनपढ़ लेकिन आज्ञाकारी बेटे और उनके रिश्ते के बारे में है. हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक़, इसकी शूटिंग अहमदाबाद के पालमपुर नेशनल हाईवे से 2 किलोमीटर दूर चित्रसानी गांव में हुई थी. लेकिन भरतपुर नाम का एक गांव वास्तव में भारत में है, जोकि राजस्थान में स्थित है.
9. वेलकम टू सज्जनपुर
श्याम बेनेगल की मूवी ‘वेलकम टू सज्जनपुर’ में श्रेयस तलपड़े और अमृता राव ने मुख्य भूमिका निभाई थी. जैसा कि नाम से प्रतीत होता है कि इस मूवी में सज्जनपुर गांव दिखाया गया था. हालांकि, मध्य प्रदेश में सज्जनपुर नाम का वास्तव में एक गांव है, लेकिन इस मूवी की शूटिंग हैदराबाद के रामोजी फ़िल्म सिटी में की गई थी.
10- राउडी राठौर
अक्षय कुमार स्टारर इस मूवी में एक बहादुर पुलिस अफ़सर विक्रम राठौर कुछ भ्रष्ट राजनेताओं के द्वारा मार दिया जाता है. लेकिन उसकी टीम इसका बदला लेने के लिए उसे एक चोर शिवा से बदल देती है. इस मूवी में बिहार का फ़िक्शनल गांव देवगढ़ दिखाया गया है. जबकि वास्तव में इसकी शूटिंग कर्नाटक के बागलकोट ज़िले के ‘बादामी गांव’ में हुई थी.
नकली को असली दिखाना तो कोई हिंदी फ़िल्ममेकर्स से सीखे.