दो साल के इंतज़ार के बाद मिर्ज़ापुर 2 रिलीज़ हो गई है और देख कर लगता है लोगों को बहुत पसंद भी आ रही है. उम्मीद है आपने अब तक Binge Watch कर लिया होगा.
ख़ैर, हम यहां आपको स्पॉइलर्स देने बिलकुल नहीं आए हैं.
अभी हाल ही में सीरीज़ के निर्माता, पुनीत कृष्णा ने एक इंटरव्यू में बताया कि क़ालीन भईया को उनका नाम कैसे मिला.
’90 के दशक के दौरान बड़े होते हुए, यूपी की जौनपुर, मिर्ज़ापुर की बेल्ट पर बहुत सारे क़ालीन बनते थे. दुनिया का सबसे बड़ा क़ालीन निर्यातक इस क्षेत्र से आता था. तो जब मैंने ‘मिर्ज़ापुर’ लिखी, मैंने इस बात को ध्यान में रखा था और पंकज त्रिपाठी के किरदार को क़ालीन भईया का नाम दिया क्योंकि हमारे दिमाग़ में था कि वो ड्रग्स की तस्करी क़ालीन के अंदर ही करेंगे. और क़ालीन भईया की नाम में एक तरह की पावर है.’
इतना ही नहीं पंकज त्रिपाठी के किरदार के लिए क़ालीन के अलावा अटैची नाम भी सामने आया था.
‘तो जब हम लोकेशन ढूंढने निकले तो हमें समझ आया की बहुत सारी क़ालीन की फ़ैक्टरियां बंद हो गई हैं. हमें मुश्किल से एक भी नहीं मिली. तो ये सुझाव आने लगे कि हम क़ालीन की जगह अटैची कर सकते हैं या इनसे ही कुछ मिलता जुलता. लेकिन मेरा यही कहना था कि अटैची भईया सुनने में कुछ सही नहीं लग रहा है तो जैसे-तैसे हमने क़ालीन भईया ही नाम रखा.’
चलो अच्छा ही है कि क़ालीन भईया रखा, अटैची भईया तो रहने ही देते हैं.
और हां, अगर आपने मिर्ज़ापुर 2 देख ली है तो कमेंट करके ज़रूर बताइएगा कैसी लगी?