How Gufi Paintal Got The Role of ‘Shakuni’ in 1988 Mahabharta: महाभारत के मशहूर किरदार गुफी पेंटल यानी शकुनि मामा का 78 की आयु में 5 जून को हार्ट और किडनी संबंधी बीमारी के कारण निधन हो गया है. वो पिछले 8 दिनों से गंभीर हालत में मुंबई के हॉस्पिटल में भर्ती थे. गुफी का निधन मनोरंजन जगत के बहुत बड़ी क्षति है. उन्होंने 90s के दौर में अपने शकुनि किरदार से दिल जीत लिया था, जिसे लोग आज भी याद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं उन्हें ये किरदार कब और कैसे मिला? अगर नहीं, तो ये आज हम आपको इस आर्टिक्ल के माध्यम से बताएंगे. (Mahabharta Shakuni Mama Gufi Paintal)

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आइए बताते हैं कैसे मिला था गुफी को 1988 महाभारत में ‘शकुनि’ का किरदार (How Gufi Paintal Got the Role Of Shakuni)-

1988 में प्रसारित हुआ ‘महाभारत’ एक बहुत ही पॉपुलर शो था. जिसमें पंजाब के गुफी पेंटल ने शकुनि का किरदार निभाया था. शो में उनका चाल, चलन, एक्टिंग और पर्सनालिटी फ़ैंस को खूब पसंद आया, जिससे उनकी पॉपुलैरिटी डबल हो गई थी.

गुफी का जन्म 4 अक्टूबर 1944 को पंजाब में हुआ था. जिन्हें लोग सरबजीत सिंह पेंटल के नाम से भी जानते थे. उन्होंने अपना सिनेमाई करियर 1975 में आई फ़िल्म ‘रफ़ू चक्कर’ से किया था.

Gufi Paintal In ‘Rafu Chakkar’ 1975

जिसके बाद उन्होंने कई शोज़ और फ़िल्म्स में काम किया. लेकिन कला की दुनिया में आने से पहले उन्होंने आर्मी में भी अपनी सेवाएं दी थी. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने बताया-

“जब 1962 में भारत-चीन युद्ध चल रहा था, तब मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. युद्ध के दौरान भी कॉलेज में सेना की भर्ती चल रही थी. मैं हमेशा से सेना में शामिल होना चाहता था. मैं चीन सीमा पर आर्मी आर्टिलरी में तैनात था.

सीमा पर मनोरंजन के लिए उस दौरान कोई टीवी और रेडियो नहीं हुआ करता था, इसलिए हम (सेना के जवान) सीमा पर रामलीला करते थे. जिसमें मैं रामलीला में सीता की भूमिका निभाता था और एक व्यक्ति रावण के वेश में स्कूटर पर आता था और मेरा अपहरण कर लेता था. मुझे अभिनय का शौक था, इससे मुझे ट्रेनिंग मिली”.

उसके बाद गुफी पेंटल 1969 में मुंबई आए और उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर बनकर बहुत सी फ़िल्मों में काम किया था. लेकिन एक दिन उन्हें फ़िल्म जगत के मशहूर निर्देशक बी.आर चोपड़ा के साथ 1988 महाभारत में कास्टिंग डायरेक्टर के पद पर काम करने का मौका मिला.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुफी ‘शकुनि’ के लिए एक परफेक्ट चेहरा ढूंढ रहे थे. जिसके लिए उन्होंने कई लोगों का ऑडिशन लिया, लेकिन उन्हें वो परफेक्ट चेहरा मल नहीं पा रहा था. जिसके बाद शो की स्क्रिप्ट लेखक मासूम रज़ा ने उन्हें शकुनि का रोल प्ले करने के लिए कहा.

आज भी जब शकुनि का नाम लिया जाता है, तो सबसे पहले गुफी पेंटल का चेहरा ही सामने आता है. गुफी पेंटल को फ़ैंस और फ़िल्मी सितारे हमेशा याद रखेंगे.