जब पहली बार माइकल जैक्सन को डांस करते देखा, तब मान लिया था कि Visual Effect का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे-कैसे कोई आगे की ओर 45 डिग्री के Angle तक झुक सकता है. फ़िल्मों में भी तो हीरो कैसे भी उछल-कूद कर लेता है. बाद में पता चला, नहीं! माइकल जैक्सन सच में 45 डिग्री तक झुकते थे.
माइकल जैक्सन को उनके गानों की वजह से ‘किंग ऑफ़ पॉप’ कहा जाता था और डांस के ज़रिए उन्होंने लोगों को अपना दिवाना बना दिया. माइकल जैक्सन का दिया हुआ ‘Moon Walk’ और ‘Anti-Gravity’ डांस स्टेप आज रेफ़रेंस बन चुका है. आपने भी कभी न कभी ज़रूर पैर पीछे घसीटते हुए Moon Walk करने की कोशिश की होगी, लेकिन Anti-Gravity करने की हिम्मत भी नहीं हुई होगी.
Anti Gravity का राज़
1987 में रिलीज़ हुई ‘स्मूथ क्रिमिनल’ में माइकल जैक्सन पहली बार 45 डिग्री तक झुकते दिखे. एक आम इंसान मुश्किल से आगे की ओर बिना मुड़े 20 डिग्री तक झुक सकता है. जिनके पैर की मांस-पेशियां बहुत मज़बूत होती हैं, वो ज़्यादा से ज़्यादा 30 डिग्री झुकने में सक्षम होते हैं. 45 डिग्री तक झुकना इंसानों के लिए संभव ही नहीं था.
इसका राज़ छिपा था उनके जूते की बनावट में. जब आप इस डांस स्टेप की नकल करने की कोशिश करेंगे, तो आपको महसूस होगा कि इस दौरान पूरा ज़ोर पैर के पिछले हिस्से की मांसपेशियों पर पड़ रहा है, रीढ की हड्डी पर कोई दबाव नहीं बनता.
उनके जूतों में एक V आकार का टुकड़ा लगा होता था, जो ज़मीन में लगी कील के ऊपर फंस जाता था. इससे उन्हें आगे की ओर झुकने में आसानी होती थी. सुरक्षा कारणों से कमर में रस्सियां भी बंधी होती थी. माइकल जैक्सन के जूते Astronauts के जूतों से प्रेरित थे, जो शून्य गुरुत्वाकर्षण वाली जगह पर उन्हें सतह पर बने रखने में मदद करते थे.
इन सब सहायक तत्वों के बावजूद बहुत देर तक 45 डिग्री के कोण पर झुके रहना मानव शरीर के लिए मुश्किल कार्य है. इससे कमर, पैर, रीढ़ की हड्डियों और मांसपेशियों पर बहुत तेज़ दबाव बनता है.