फ़िल्मों में काम करने वाले हीरोज़ अपनी हर फ़िल्म में समाज के लिए कुछ ना कुछ बेहतर करते नज़र आते हैं. गुंडों को मार कर ये अपनी हर फ़िल्म में सोसाइटी में अमन और खुशियां भरने का काम करते दिखाई देते हैं. इनमें से कभी-कभी कुछ हीरो असल ज़िन्दगी में भी कुछ ऐसा कर गुजरते हैं, जिससे असल मायनों में उनके एक हीरो होने का एहसास होता है. हाल ही में ऋतिक रोशन की ‘काबिल’ नाम की एक फ़िल्म रिलीज़ हुई है, जिसमें वो एक दृष्टिहीन व्यक्ति का किरदार निभा रहे हैं. फ़िल्म के दौरान ऋतिक ने दृष्टिहीन लोगों के साथ काफ़ी समय बिताया. इस दौरान हुए अपने अनुभवों के बाद ऋतिक ने अपने 43वें जन्मदिन पर मृत्यु के पश्चात अपनी आंखें दान करने की प्रतिज्ञा ली है.

ऋतिक की फ़िल्म का ट्रेलर देख कर आदित्य ज्योत आई हॉस्पिटल के डॉक्टर एस. नटराजन ने राकेश रोशन से फ़ोन करके कहा कि मुझे ऋतिक की फ़िल्म का ट्रेलर काफ़ी पसंद आया, क्या ऋतिक हमारे साथ मिल कर लोगों को नेत्रदान करने के लिए प्रेरित करने वाले एक कैम्पेन से जुड़ेंगे? इस सवाल के बदले में नटराजन को जो जवाब मिला उससे उन्हें काफ़ी ख़ुशी हुई. राकेश ने डॉक्टर को बताया कि ऋतिक अपनी आंखें पहले से ही डोनेट करने का डिसीज़न ले चुके हैं और वो उनके साथ कैंम्पेन में भी ज़रूर हिस्सा लेंगे. उन्होंने ये भी अपील की कि फ़िलहाल इस बात को किसी को बताया ना जाये, वरना लोग इसे एक प्रमोशनल अटेम्प समझेंगे.

अब जब फ़िल्म रिलीज़ हो चुकी है और अच्छा प्रदर्शन भी कर रही है, तो यह बात सामने आई है. ऋतिक का जन्मदिन 10 जनवरी को आता है, उन्होंने उसी दिन नेत्रदान करने की फोर्मेलिटीज़ पूरी कर ली थीं, लेकिन इतने दिनों तक बात को गुप्त रखा गया.

आपको बता दें, अमिताभ बच्चन, आमिर खान, प्रियंका चोपड़ा. हेमामालिनी जैसे और भी कई बड़े फ़िल्मी कलाकारों ने नेत्रदान करने का संकल्प ले रखा है.

इंसान की मृत्यु के बाद उसका शरीर ख़ाक हो जाता है. ऐसे में अंगदान करके हम जाते-जाते भी इस दुनिया में किसी की ज़िन्दगी में ख़ुशी भर सकते हैं. आजकल आंख से लेकर बाकी अन्य ज़रुरी अंगों को मृत्यु के बाद दान करने की लोगों में जागरूकता बढ़ती जा रही है. आप भी करके देखो, किसी की ज़िन्दगी में खुशियां भर के अच्छा लगता है.