सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या को लेकर एनसीबी ड्रग्स मामले में नाम सामने आने के बाद अब तक बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान और रकुल प्रीत सिंह से पूछताझ कर चुकी है, जबकि रिया चक्रवर्ती इन दिनों जेल में हैं.

एनसीबी ने हाल ही में ड्रग्स डीलिंग मामले में धर्मा प्रोडक्शन के प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद से भी पूछताझ की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस दौरान क्षितिज ने बॉलीवुड के कई बड़े स्टार्स के नामों का ख़ुलासा भी किया है. एनसीबी जल्द इन्हें भी समन भेज सकती है.

वकील मानशिंदे ने एनसीबी पर लगाए आरोप
एनसीबी द्वारा क्षितिज प्रसाद को गिरफ़्तार किए जाने के बाद उनके वकील सतीश मानशिंदे ने एनसीबी गंभीर आरोप लगाए हैं. सतीश ने नारकोटिक्स अधिकारियों पर क्षितिज को करण जौहर, सोमेन मिश्रा, राखी, अपूर्वा, नीरज, राहिल के ख़िलाफ़ झूठा बयान देने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है.

जब क्षितिज प्रसाद ने झूठा बयान देने से इंकार कर दिया तो एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने क्षितिज को सबक सिखाने के लिए उन्हें अपनी कुर्सी के बगल में फ़र्श पर बिठा दिया और उनके चेहरे पर अपना जूता रख दिया. नारकोटिक्स अधिकारियों को क्षितिज के घर से कुछ भी बरामद नहीं हुआ था, लेकिन पुलिस ने सिगरेट की बट का पंचनामा गांजे के जॉइंट के रूप में दिखाया है.

इस बीच क्षितिज के वकील सतीश मानशिंदे के आरोपों के जवाब में एनसीबी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए कहा कि, हमने क्षितिज प्रसाद के घर से ड्रग मिलने के बाद ही उन्हें कानूनी तरीके से अरेस्ट किया है. क्षितिज जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसकी जानकारी संबंधित कोर्ट के संज्ञान में भी लाई गई थी. इसी आधार पर हमने मेडिकल चेकअप के बाद उनकी पुलिस रिमांड ली थी.

कोर्ट में क्षितिज ने नहीं किया टाॅर्चर का ज़िक्र
पुलिस हिरासत के बाद क्षितिज प्रसाद को दोबारा कोर्ट के सामने हाज़िर किया गया था. इस दौरान क्षितिज ने कोर्ट के समक्ष किसी भी तरह के दुर्व्यवहार का ज़िक्र नहीं किया. कोर्ट ने भी इस तरह के किसी भी बुरे बर्ताव को नोटिस में नहीं लिया. इससे साफ़ होता है कि एनसीबी की हिरासत में क्षितिज को किसी भी तरह की शारीरिक प्रताड़ना नहीं दी गई थी.

एनसीबी ने अपनी सफ़ाई में ये भी कहा है कि, बॉलीवुड के इस हाई प्रोफ़ाइल केस में आगे भी इस तरह के आरोपों और प्रत्यारोपों का दौर चलता रहेगा. ऐसे में हमें उन ग़लतियों से बचना है जो मुम्बई पुलिस ने की थी.