भारतीय इतिहास काफ़ी रोचक रहा है. कई राजा-महाराजाओं की कहानी सुनने के बाद उनके बारे में और अधिक जानने की इच्छा होती है. इतिहास में सिर्फ़ राजाओं ने ही बड़े-बड़े कारनामे नहीं किये हैं, बल्कि राजकुमारियां भी काफ़ी आगे थीं. कोई रानी अपनी ख़ूबसूरती के लिये चर्चित थी, तो कोई अपने दबंग अंदाज़ की वजह से. अब जब चर्चा इतिहास और राजकुमारियों की हो रही है, तो हम कुछ चर्चित राजकुमारियों की कहानियों को बड़े पर्दे पर देखना चाहेंगे.
कैसा हो अगर इन राजकुमारियों पर बायोपिक बनाई जाये:
1. नूर इनायत ख़ान
कहा जाता है कि नूर इनायत ख़ान टीपू सुल्तान की वंशज थीं. उनके पिता भारतीय और माता अमेरिका की थीं. नूर इनायत ख़ान के जीवन के शुरुआती दिन फ़्रांस और लंदन में बीते थे. उन्हें कविता लिखने का काफ़ी शौक़ था. इसलिये उन्होंने अपना करियर इसी में शुरु किया. इसके साथ ही बच्चों पर कहानियां भी लिखीं. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने ब्रिटिश सरकार की जासूसी करने के लिये पेरिस में बतौर रेडियो ऑपरेटर काम भी किया. हांलाकि, 1943 में एक ब्रिटिश महिला के धोखे़ की वजह उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था.
2. राजकुमारी नीलोफ़र
नीलोफ़र ओटोमन साम्राज्य की आखिरी राजकुमारियों में से एक थी. राजकुमारी की शादी हैदराबाद के आखिरी निज़ाम के दूसरे बेटे से हुई थी. इतना ही नहीं, सुंदर होने की वजह से उन्हें हैदराबाद का कोहिनूर भी बुलाया जाता था. दुख की बात ये है कि लाख कोशिशों के बावजूद वो मां न बन सकीं, जिसके बाद उन्होंने अपना सारा जीवन समाजसेवा में लगा दिया.
3. रानी रुद्रमा देवी
काकतीय वंशज की रानी रुद्रमा देवी को भारत की कुछ महिला सम्राटों में से एक कहा जाता है. 14 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने पिता का सारा कार्यभार संभाल लिया था. बतौर रानी उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया और अंत समय तक वीरता के लड़ती रहीं.
4. रानी वेलु नचियार
बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत में अंग्रेज़ों को चुनौती देने वाली पहली वीरांगना रानी वेलु नचियार थीं. वो रामनाथपुरम के राजा चेल्लमुथु सेठुपति और रानी सकंडी मुथल की इकलौती संतान थीं. इसके अलावा उन्हें ‘भारत के जोन ऑफ़ आर्क’ के रूप में भी जाना जाता है. कहा जाता है कि 1772 में अंग्रज़ी सेना द्वारा उनके घर पर आक्रामण किया गया, जिसमें उनके पति की मौत हो गई. पति की मौत से आहत रानी ने ब्रिटिशों को हराने की कसम खाई और जीत भी हासिल की.
