भारतीय संगीत को पूरी दुनिया में सराहा जाता है. कभी वो ज़ाकिर हुसैन के तबले की थाप से मंत्रमुग्ध करता है, तो कभी वो पंडित जसराज की आवाज़ से हैरान कर देता है. कभी उसे रविशंकर अपने सितार से आगे बढ़ाते हैं, कभी हरीप्रसाद चौरसिया अपनी बांसुरी से भावविभोर करते हैं.

भारतीय संगीत के ज़रिये हम भारतीयों को एक और खुश-ख़बरी मिली है. ग्रैमी अवॉर्ड्स में एक भारतीय तबलावादक को भी ग्रैमी पुरुस्कार से सम्मानित किया गया.

भारतीय तबलावादक, संदीप दास को ये ग्रैमी World Music Category में अमेरिकी-चीनी संगीतकार, Yo-Yo Ma के म्यूज़िक ग्रुप Silk Road Ensemble के चर्चित एल्बम, ‘Sing Me Home’ के लिए मिला.

Yo-Yo Ma काफ़ी चर्चित संगीतकार हैं और उनके ग्रुप Silk Road Ensemble का हिस्सा दुनिया भर के अलग-अलग कलाकार बनते हैं. भारत के संदीप दास उनकी हाल ही में आयी म्यूज़िक एल्बम का हिस्सा बने थे.

अवॉर्ड सम्मान पाने के बाद Hindustan Times को बताते हुए संदीप ने कहा कि इस तरह की चीज़ें एक आर्टिस्ट को निश्चित रूप से प्रभावित करती हैं, क्योंकि हम अलग-अलग जगह से आये लोग हैं. मैं अच्छा संगीत बनाने का हमेशा प्रयास करूंगा.