सेंसर बोर्ड की कैंची के बारे में हम सब जानते हैं. कभी जेम्स बॉन्ड की फ़िल्म में सिर्फ़ एक Kiss पर चल जाती है, तो कभी बॉलीवुड की फ़ूहड़ फ़िल्मों को झुक कर सलाम करती है. हॉलीवुड फ़िल्मों से तो इसकी पुश्तैनी दुश्मनी है. सिर्फ़ सीन्स ही नहीं, कई बार तो ये कैंची तलवार का रूप ले लेती है और पूरी की पूरी फ़िल्म को भारत में रिलीज़ ही नहीं होने दी. सेंसर बोर्ड द्वारा बैन इन फ़िल्मों की लिस्ट छोटी नहीं है. तो चलिए आपको बताते हैं कि इस लिस्ट में कौन-कौन सी फ़िल्में आती हैं. जिन्हें देखने से सेंसर बोर्ड ने हमें रोक रखा है.
1. 50 Shades of Grey (2015)
ये एक ऐसी फ़िल्म थी, जिसकी चर्चा पूरे फ़िल्म जगत में हुई. लेकिन भारतीय सभ्यता का वास्ता देते हुए सेंसर बोर्ड ने ये फ़िल्म भारत में रिलीज़ नहीं होने दी.
2. The Girl With The Dragon Tattoo (2011)
ये फ़िल्म एक लड़की की कहानी पर आधारित है, जिसका रेप हो जाता है. सेंसर बोर्ड ने भारत में इस फ़िल्म को रिलीज़ करने के लिए एक सीन को काटने की बात कही, जिस पर इस के डायरेक्टर ने मना कर दिया और हम एक अच्छी फ़िल्म देखने से दूर रह गए.
3. Dirty Grandpa (2016)
हम ये कैसे भूल सकते हैं कि हमारे देश में दादा जी संस्कार का दूसरा नाम हैं, ऐसे में सेंसर बोर्ड को इस फ़िल्म पर बैन लगाना ही था. फ़िर भले ही इस उम्र के न जाने कितने लोग रेप जैसे मामलों में जेल की हवा खा रहे हैं.
4. Magic Mike XXL (2015)
Male Stripping जैसे बोल्ड विषय पर बनी ये फ़िल्म सेंसर बोर्ड के हलक से नीचे नहीं उतरी और अपनी कैंची चलाते हुए सेंसर बोर्ड ने इस फ़िल्म को भारत के सिनेमा घरों में आने पहले ही काट फेंका.
5. Get Hard (2015)
शायद इस फ़िल्म से सेंसर बोर्ड को कुछ निजी दुश्मनी थी. तभी तो फ़िल्म के कुछ ज़रूरी सीन काट कर फ़िल्म को रिलीज़ किया जा रहा था. जिससे नाराज़ फ़िल्म के डायरेक्टर ने रिलीज़ के एक दिन पहले भारत में फ़िल्म न रिलीज़ करने का फैसला लिया.
6. Blue Jasmine (2013)
सेंसर बोर्ड ने इस फ़िल्म से हर उस सीन को काटने को कहा, जिसमें कैरेक्टर सिगरेट जला रहा हो. बस इतनी से वजह से फ़िल्म देश के सिनेमा घरों तक नहीं पहुंच पाई.
7. Kama Sutra: A Tale of Love (1996)
जिस देश में कामासूत्र लिखी गई, उसी देश में इस किताब पर बनी फ़िल्म को बैन कर दिया गया. फ़िल्म का विषय बोल्ड था, तो कुछ बोल्ड सीन होने लाज़मी थे. ऐसे में फ़िल्म पर ही बैन लगा देने का ये फैसला गले से नहीं उतरता.
8. Water (2005)
ये एक और फ़िल्म जिसका विषय भारत से जुड़ा था. जी हां, विधवाओं की ज़िंदगी पर बनी इस फ़िल्म को सेंसर बोर्ड ने ठंडे बस्ते में डाल दिया और एक शानदार फ़िल्म हम से दूर रह गए.
9. Indiana Jones and the Temple of Doom (1984)
भारत की कुछ बुरी सम्यातएं इस फ़िल्म के ज़रिए दिखाई जा रही थीं, जो सेंसर बोर्ड को कतई बर्दाशत नहीं हुई और ये फ़िल्म भारत में बैन कर दी गई.
10. India’s Daughter (2015)
दिल्ली गैंग रेप पर बनी इस डॉक्युमेंट्री फ़िल्म में कुछ अनकही बातों को शामिल किया गया था. इस फ़िल्म में गैंग रेप के एक आरोपी की भी बाइट थी, जिसमें उस आरोपी ने अपना पक्ष रखा था. ऐसे में इस फ़िल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा बैन करना लाज़मी था.
11. No Fire Zone (2014)
श्रीलंका में हुए गृह युद्ध पर बनी इस डॉक्युमेंट्री फ़िल्म में वायलेंस काफ़ी ज़्यादा था, जिसे देखने के बाद भारतीय सेंसर बोर्ड ने इसे भारत में रिलीज़ करने की अनुमती नहीं दी थी.
12. I Spit On Your Grave (1978)
काफ़ी डरावने और सेक्स सीन होने की वजह से इस फ़िल्म को कई देशों में बैन कर दिया गया था. इस लिस्ट में भारत का होना तो लाज़मी था.
13. The Da Vinci Code (2006)
एक ख़ास समुदाय को ठेस न पहुंचे इस कारण इस शानदार फ़िल्म को भारत के कई राज्यों से बैन कर दिया गया था. पंजाब, गोआ, नागालैंड, मेघालय, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश के लोग इस फ़िल्म को नहीं देख पाए थे.
14. Cannibal Ferox (1981)
Cannibal Ferox एक इटैलियन फ़िल्म थी. इसके बारे में कहा जाता है कि ये अब तक बनी सबसे खूंखार फ़िल्म थी. इस फ़िल्म में वायलेंस इतना ज़्यादा था कि भारत समेत 31 देशों ने इस फ़िल्म पर बैन लगा दिया था.
15. Cannibal Holocaust (1980)
एक और इटैलियन फ़िल्म में दिखाए गए वायलेंस के कारण कई देशों ने इस फ़िल्म को बैन कर दिया था. सेक्सुअल वायलेंस की वजह से ये फ़िल्म भारत के सिनेमा घरों तक नहीं पहुंच पाई थी.
16. Salo (1975)
सन् 1975 में बनी ‘Salo’ नाम की ये इटैलियन-फ्रेंच फ़िल्म कई मायनों में काफ़ी वायलेंट थी. यही कारण था इस फ़िल्म को कई यूरोपियन देशों में बैन कर दिया गया था. भारतीय सेंसर बोर्ड ने भी इसे देश में रिलीज़ होने नहीं दिया था.
17. The Human Centipede (2009)
3 पर्यटकों के किडनैप और उन पर हुए अत्याचार पर बनी इस फ़िल्म को ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ-साथ भारत में भी बैन कर दिया गया था.
सेंसर बोर्ड इन फ़िल्मों को देश में रिलीज़ होने से तो रोक लेता है. लेकिन अगर आपको इन फ़िल्मों में से किसी एक को भी देखने की इच्छा है, तो आपको पता है ये फ़िल्में कहां से मिल सकती हैं.