‘डॉन’, ‘कंपनी’, ‘कृष्णा कॉटेज’ जैसी फ़िल्मों में नज़र आने वाली अभिनेत्री, ईशा कोपिकर ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के बीच अपनी जगह बनाई. ईशा ने अपनी करियर की शुरुआत साउथ की फ़िल्मों से की थी.


बॉलीवुड में कई फ़िल्में करने के बाद ईशा ने Hotelier बनने का निर्णय लिया और फ़िल्मों से दूरी बनाकर उस पर फ़ोकस किया. 

Pinkvilla को दिए एक इंटरव्यू में ईशा ने बॉलीवुड में कास्टिंग काउट के बुरे अनुभव पर बात की.   

एक बार एक प्रोड्यूसर ने मुझ से कहा कि ये फ़िल्म बन रही है. इस अभिनेता को कॉल करो क्योंकि तुम्हें उसके सामने अच्छा बनना है. मैंने उसे कॉल किया और उसने मुझे अपना पूरा रुटीन बताया, वो सुबह उठता है वक़्त पर जिम जाता है. उसने मुझे उसके डबिंग टाइम और किसी के काम के बीच मिलने को कहा. उसने पूछा कि मैं किसके साथ आ रही हूं, मैंने कहा अपने ड्राइवर के साथ. उसने मुझे अकेले आने को कहा. मैं 15-16 साल की भी नहीं थी. मुझे पता था कि क्या हो रहा है इसलिए मैंने उससे कहा कि मैं कल फ़्री नहीं हूं और मैं मिलने का बताऊंगी. 

-ईशा कोपिकर

इस घटना के बाद ईशा ने प्रोड्यूसर को कॉल किया और कहा कि उन्हें उनके टैलेंट की वजह से रोल मिलना चाहिए. ईशा ने ये भी बताया कि उन्होंने उस अभिनेता के साथ कभी काम नहीं किया. 

कुछ टॉप पॉज़ीशन के लोगों ने भी मुझे ग़लत ढंग से छुआ है. मैंने इसी वजह से सेल्फ़-डिफ़ेंस शुरू किया. 

-ईशा कोपिकर

बॉलीवुड में अंदर तक समाए नेपोटिज़्म पर भी ईशा ने अपने विचार बताये. 

कई बार मुझे रोल मिलते. फिर किसी का फ़ोन आता और किसी की बेटी को वो रोल मिल जाता. अगर कोई किसी के साथ होती तो वो रोल उसकी गर्लफ़्रेंड को मिल जाता. मैं कई बार नेपोटिज़्म का शिकार हो चुकी हूं. 

-ईशा कोपिकर

Pink Villa

यहां ईशा का पूरा इंटरव्यू देख सकते हैं- 

बॉलीवुड में कास्टिंग काउच हमेशा से है. बड़े-बड़े अभिनेता-अभिनेत्रियों ने अपने बुरे अनुभव साझा किए हैं.