बॉलीवुड की मशहूर सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को उनकी बेहतरीन गायकी के लिए ‘स्वर कोकिला’ के नाम से भी जाना जाता है. लता दीदी की आवाज़ के देश-दुनिया में करोड़ों फ़ैन्स हैं. वो अपने आज तक के करियर में 25,000 से ज़्यादा गाने गा चुकी हैं. उनके गाने आज भी सुनकर लोगों को सुकून मिलता है. मगर क्या आप जानते हैं कि अगर अनाम शख़्स की साज़िश कामयाब रहती, तो लता मंगेशकर हमारे बीच न होतीं.

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लता मंगेशकर को दिया गया था स्लो पॉयज़न
जी हां, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जब लता दीदी महज़ 33 साल की थीं, तब उन्हें ज़हर देकर मारने की कोशिश की गई थी. इस बात का ख़ुलासा एक इंटरव्यू के दौरान ख़ुद लता दीदी ने ही किया था.
उन्होंने बताया कि ये बात साल 1963 की है. उस दौरान वो लगातार काम कर रही थीं. मगर अचानक उनकी तबीयत ख़राब होने लगी. उनके पेट में दर्द रहने लगा, उल्टियां होने लगीं. हालत ये हो गई, अब उनसे खड़ा भी नहीं हुआ जाता था. उनकी बिगड़ती हालत को देखकर परिवार वाले घबरा गए. डॉक्टर को घर पर बुलाया गया. डॉक्टर ने जब चेपअप किया तो चौंका देने वाला ख़ुलासा हुआ, जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी.

डॉक्टर ने बताया कि लता मंगेशकर को स्लो पॉयज़न दिया जा रहा है. यानि कि ऐसा ज़हर जिसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में किसी को दिया जाता है और इंसान धीरे-धीरे मौत के क़रीब पहुंचने लगता है.
कहा जाता है कि जिस दिन लता मंगेशकर की तबीयत ख़राब हुई, उस दिन उनका बावर्ची अचानक नौकरी छोड़कर चला गया. यहां तक कि उनसे अपना बकाया पैसा तक नहीं लिया. इस बात का ज़िक्र लेखक पद्मा सचदेव ने अपनी किताब ‘ऐसा कहां से लाऊंं’ में किया है. इस घटना के बाद लता की छोटी बहन ऊषा मंगेशकर ने रसोई की कमान अपने हाथ में ले ली थी.
3 महीने तक नहीं गा पाईं थीं गाने
लता मंगेशकर काफ़ी कमज़ोर रहने लगी थीं. वो तीन महीने तक गाना भी नहीं गा पाई थीं. अफ़वाह उड़ने लगी कि अब लता मंगेशकर कभी गाना नहीं गा सकतीं. लता मंगेशकर ने अपने इंटरव्यू में इस अफ़वाह का जवाब भी दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी डॉक्टर ने उन्हें कभी ऐसा नहीं कहा कि वो अब गा नहीं सकती हैं.

तीन महीने के बेड रेस्ट के बाद वो वापस से ठीक हो गईं. उन्होंने संगीतकार हेमंत कुमार के लिए गाना गाया. कहते हैं कि हेमंत कुमार ने लता मंगेशकर की मांं से इस वादे के साथ इजाज़त मांगी थी कि अगर गाना रिकॉर्ड करते वक़्त लता को थोड़ी भी तकलीफ़ हुई, तो वो रिकॉर्डिंग बंद कर देंगे. ख़ैर, लता मंगेशकर ने पहले की ही तरह बेहतरीन आवाज़ में गाना गाया.