मलयालम फ़िल्म ‘जलीकट्टू’ (Jallikattu) इस साल ऑस्कर के लिए भारत की ऑफ़िशियल एंट्री है. भारत को इस बार ‘जल्लीकट्टू’ से काफ़ी उम्मीदें हैं. इस साल ऑस्कर की रेस कई भारतीय फ़िल्में नॉमिनेट हुई थीं, लेकिन ‘जल्लीकट्टू’ ने विद्या बालन की ‘शकुंतला देवी’, जाह्नवी कपूर की ‘गुंजन सक्सेना’, ‘गुलाबो सिताबो’,’द स्काई इज़ पिंक’ और विधु विनोद चोपड़ा की ‘शिकारा’ जैसी 27 फ़िल्मों को पछाड़ते हुए बाज़ी मार ली.

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बता दें कि हर साल ऑस्कर में इंटरनेशनल फ़ीचर फ़िल्म या विदेशी भाषा की फ़िल्म कैटिगरी के लिए अलग-अलग देशों से फ़िल्में भेजी जाती हैं. ‘जल्लीकट्टू’ को 93वें अकाडमी अवॉर्ड्स में ‘बेस्ट इंटरनेशनल फ़ीचर फ़िल्म’ कैटेगरी के लिए भेजा गया है. ऑस्कर में जाने से पहले ये फ़िल्म कई भारतीय और विदेशी अवॉर्ड्स जीत चुकी है. 

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‘जलीकट्टू’ का प्रीमियर सबसे पहले 6 सितंबर 2019 को ‘टोरंटो इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल‘ में किया गया था. इसके बाद 4 अक्टूबर 2019 को इसे केरल में रिलीज किया गया था. ये फ़िल्म ‘बुसान इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल’ में भी प्रदर्शित की गई थी. 50वें ‘इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल ऑफ़ इंडिया’ में इस फिल्म के डायरेक्टर लिजो जोस पेल्लिसेरी को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला चूका है. इसके अलावा ‘जलीकट्टू’ को अन्य अवॉर्ड भी मिल चुके हैं. 

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क्या है इस फ़िल्म की कहानी? 

कलन वर्की नाम का एक कसाई है जो भैंसों को काटता है. पूरा गांव उसी के काटे हुए मीट पर निर्भर है. इस बीच एक उत्पाती भैंसा भाग जाता है और फिर उसे पकड़ने के लिए पूरा गांव लग जाता है. इस फ़िल्म गांव की ग़रीबी, अशिक्षा, बेरोज़गारी जैसी समस्याओं को उठाया गया है.

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इस फ़िल्म की कहानी तो अच्छी है ही इसे उतने ही शानदार तरीके से फ़िल्माया भी गया है. ‘जलीकट्टू’ फ़िल्म में एंटोनी वर्गीज़, चेंबन विनोद जोस, सैंथी बालाचंद्रन जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई है. 

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यहां देखें फ़िल्म का ट्रेलर: