दोस्तों ऊपर दी गई फ़ोटो देख कर आपको हिंट तो मिल ही गई होगी कि आज हम बेहतरीन एक्टर जिमी शेरगिल के बारे में बात करने जा रहे हैं. जिमी ने अपने फ़िल्मी सफ़र की शुरुआत 1996 में गुलज़ार द्वारा निर्देशित फ़िल्म माचिस से की थी. जिमी की ये पहली फ़िल्म थी और पहली फ़िल्म में ही ओम पुरी, तब्बू और चन्द्रचूड़ सिंह जैसे कलाकारों के बीच वो अपनी एक पहचान बनाने में कामयाब हुए. जिमी का माचिस से साहेब बीवी और गैंगस्टर 3 तक का सफ़र काफ़ी रोचक और काबिल-ए-तारीफ़ रहा.

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जिमी एक ऐसे कलाकार जो बॉलीवुड में जितना फ़ेमस हैं उतने ही वो पंजाबी सिनेमा में भी लोकप्रिय हैं.

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वो साल में कम से कम एक पंजाबी फ़िल्म में ज़रूर काम करते हैं. उन्होंने ‘रंगीले’ और धरती जैसी सुपरहिट फ़िल्मों सहित कई पंजाबी फ़िल्मों को प्रोड्यूस भी किया है.

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‘माचिस’ में दाढ़ी वाले जिमी शेरगिल ने जब मोहब्बतें में एक कॉलेज स्टूडेंट का किरदार निभाया, तो उनको चॉकलेटी हीरो का टाइटल दे दिया गया. वैसे तो मोहब्बतें एक मल्टीस्टारर फ़िल्म थी, जिसमें अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ खान, ऐश्वर्या राय जैसे बड़े एक्टर्स थे. पर बावजूद इसके लोगों को जिमी का किरदार बेहद पसंद आया.

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इसके बाद उन्होंने कई फ़िल्मों में काम किया, जैसे ‘दिल है तुम्हारा’, ‘मेरे यार की शादी है’, ‘मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस’ जैसी हिट फ़िल्मों में काम किया. और हर फ़िल्म में उनके रोल को काफ़ी सराहना मिली.

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संजय दत्त, बमन ईरानी और ग्रेसी सिंह की ‘मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस’ में जिमी ने एक पेशेंट ज़हीर का रोल प्ले किया था, जिसके पास वक़्त बहुत कम था. अपने इस छोटे से रोल को भी जिमी ने यादगार बना दिया था. इसके बाद उन्होंने कई फ़िल्मों में काम किया जैसे ‘हासिल’, ‘अग्निपथ’, ‘चरस’, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘हम तुम’, ‘अ वेडनेस डे’, ‘माई नेम इज़ खान’, ‘स्पेशल 26’, ‘तनु वेड्स मनु’, ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’, ‘डेंजरस इश्क़’, ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स’, ‘मदारी’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, ‘हैप्पी भाग जायेगी’, ‘मुक्काबाज़’, जैसी बेहतरीन फ़िल्मों में काम किया और अपनी एक अलग पहचान बनाई.

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अगर लोगों ने राजा अवस्थी के साथ सान्तवना दिखाई, तो आदित्य प्रताप सिंह को पसंद भी किया. उनकी ज़्यादातर फ़िल्मों में एक चीज़ कॉमन देखी जा सकती है और वो ये है कि हमेशा उनकी हीरोइन को कोई और ले कर उड़ जाता है. फिर वो तनु वेड्स मनु हो या हैप्पी भाग जायेगी, मेरे यार की शादी है हो या दिल है तुम्हारा हो, बेचारा हमारा ये चॉकलेटी और रोमांटिक हीरो हमेशा अकेला रह जाता है.

जिमी वो स्टार है, हर फ़िल्म में जिसकी हीरोइन उसको छोड़ किसी और का हाथ थाम कर चली जाती है. ठीक उसी तरह रियल लाइफ़ में भी अभी तक उसको उसके काम का वो क्रेडिट नहीं मिला जैसा जिमी को मिलना चाहिए.

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हम सभी जानते हैं कि जिमी शेरगिल एक बेहतरीन एक्टर हैं. हर छोटे-बड़े रोल में वो जान डाल देते हैं. जिमी के अब तक करियर ग्रॉफ को देखा जाए, तो बेझिझक उनको एक सफ़ल एक्टर कह सकते हैं. अगर वीरे की वेडिंग की बात की जाए तो इसमें उन्होंने मज़ेदार कॉमेडी से लोगों को गुदगुदाया, वहीं फ़ेमस मूवी में सीधे-सादे राधे श्याम ने सबका दिल जीता, या फिर साहेब बीवी और गैंगस्टर में उनको ख़लनायक वाला किरदार कोई कैसे भूल सकता है. मगर इन फ़िल्मों ने भी उनको वो मुक़ाम नहीं दिलवाया, जो उनको मिलना चाहिए था.

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जिमी ने गुलज़ार से लेकर तिग्मांशु धूलिया, राजू ईरानी, आदित्य चोपड़ा जैसे नामचीन निर्देशकों के साथ काम किया है. तिग्मांशु धुलिया के साथ तो उनकी जोड़ी फ़िल्म के हिट होने की गारंटी है. कई बार तो ऐसा होता है कि जब उनको फ़िल्म की कहानी सुनाई जाती है और लीड रोल ऑफ़र किया जाता है, तो खुद ही बोल देते हैं कि मेरे लिए लीड रोल नहीं, बल्कि सेकंड रोल ज़्यादा परफ़ेक्ट रहेगा. जिमी के लिए माचिस, हासिल और मुन्नाभाई एमबीबीएस का चुनाव करना उनके करियर के लिए एकदम सही फैसला रहा.

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पिछले साल रिलीज़ हुई मुक्काबाज़ एक बॉलीवुड स्पोर्ट ड्रामा फ़िल्म थी, जिसमें जिमी के कैरेक्टर को काफी एप्रिशिएट किया गया. फ़िल्म में उत्तर प्रदेश के बॉक्सिंग सिस्टम की तरफ दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया गया है.

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चॉकलेटी बॉय से ज़्यादा जिमी को विलेन के रोल्स से पहचान मिली है. शायद यही वजह है कि 22 साल पहले बॉलीवुड में एंट्री करने वाले जिमी आज छोटे रोल करें या बड़े अपनी एक अलग जगह बना चुके हैं और आगे भी इसी तरह बनाये रहेंगे.

जिमी ने अभी तक के अपने करियर में आर्ट, कमर्शियल, और रीजनल सिनेमा में हर तरह के छोटे या बड़े किरदार को अपने अभिनय से बड़ा और यादगार बनाया, और उनके चाहने वालों की संख्या भी बहुत ज़्यादा है, मगर फिर भी आज भी जब शाहरुख़ खान, अक्षय कुमार, आमिर खान, सैफ़ अली खान, नवाज़ुद्दीन सिद्दकी का ज़िक्र होता है, कभी भी जिमी का नाम नहीं आता.