दिसंबर के महीने में दर्शकों को फ़िल्म जगत से अच्छे मनोरंजन की काफ़ी उम्मीद रहती है. लेकिन बीते महीने आमिर ख़ान की Thugs Of Hindostan और शाहरुख ख़ान की Zero ने सबकी उम्मीदों पर पोछा मार दिया. मामला पूरी तरह बिगड़ने ही वाला था कि चुपके से साउथ की एक फ़िल्म KGF ने आकर सबको संभाल लिया.
Zero और KGF एक साथ देशभर में पर्दे पर चढ़ी थी. शुरुआती भौकाल के बाद Zero ठंडी पड़ गई. KGF की शुरुआत सुस्त हुई, लेकिन धीरे-धीरे ये फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर तरक्की की सीढ़िया चढ़ती रही. जहां पहले दिन इसकी कमाई(हिंदी वर्ज़न) में 2.1 करोड़ थी, वहीं छठे दिन इसकी कमाई 2.9 करोड़ हुई. मात्र हिन्दी बाज़ार में अब तक ये फ़िल्म 20 करोड़ से ऊपर की कमाई कर चुकी है. इसके साथ ही KGF साउथ की चौथी सबसे सफ़ल हिन्दी डब्ड फ़िल्म बन चुकी है.
KGF यानी Kolar Gold Field, ये वो जगह हैं, जहां 1900 के शरुआती साल से सोना खनन का होने लगा था और 2001 तक सोने की माइनिंग होती रही. फ़िल्म की पृष्ठभूमी 1970 के आस-पास तैयार की गई है.
इस फ़िल्म की इतनी बात क्यों हो रही है?
KGF देशभर के 2,460 पर्दों पर एक साथ अलग-अलग भाषाओं में रिलीज़ हुई थी. सभी भाषाओं में इसकी कमाई धीरे-धीरे बढ़ ही रही है, इसका मतलब है लोग सिनेमाघरों से बाहर निकलने के बाद इसकी बुराई नहीं कर रहें और इसकी माउथ पब्लिसिटी हो रही है.
फ़िल्म प्रोडक्शन की दुनिया में कन्नड़ फ़िल्म इंडस्ट्री को एक बड़ा उद्योग नहीं माना जाता. इस इंडस्ट्री की कोई फ़िल्म आज तक इस स्तर पर रिलीज़ नहीं हुई थी. इसका बजट भी सबसे बड़ा था, फ़िल्म की कुल लागत अनुमानत: 50 करोड़ रुपये थी. सप्ताह भर में ही ये सौ करोड़ कलब का हिस्सा बन गई. इस मुकाम को हांसिल करने वाली कन्नड़ इंडस्टी की ये पहली फ़िल्म है.
KGF की कहानी की बात करें, तो इसके केंद्र में है ‘रॉकी’, जो 1960 के दशक में बंबई (मुंबई) जाता है ताकि ताकत और पैसा हासिल कर सके. वहां उसकी मुलाकात गोल्ड माफ़िया से होती है और वो उस दुनिया का हिस्सा बन जाता है.
आपको बता दें कि बाहुबली की तरह KGF की कहानी भी दो हिस्सों में दिखाई जाएगी, अभी फ़िल्म का पहला पार्ट रिलीज़ हुआ है.
फ़िल्म के निर्देशक Prashanth Neel की ये दूसरी फ़िचर फ़िल्म है. इसके पहले 2015 उनकी बनाई Ugramm भी कन्नड़ फ़िल्म इंडस्ट्री की सबसे हिट फ़िल्म थी.
KGF के मुख़्य अभिनेता Yash दक्षिण भारत का एक जाना माना चेहरा हैं. उन्होंने कई सुपहरहिट फ़िल्में की हैं और अवॉर्ड भी जीते हैं. ये फ़िल्म कई मायनों में बाहुबली के स्तर पर मापी जा रही है, हालांकि इसका बजट और VFX आप Compare नहीं कर सकते लेकिन निर्देशन और एक्टिंग के मामले में इससे काफ़ी उम्मीदें लगाई जा रही हैं. टाइम है तो देख आईये.