आज के समय की बॉलीवुड एक्ट्रेस के छोटे कपड़े और बोल्ड सीन देखकर हमें अजीब लगता है. ऐसे सीन आते ही हम चैनल बदल देते हैं. कुछ बूढ़े लोग तो यहां तक कहते हैं कि हमारे ज़माने में इतनी बेशर्मी नहीं होती थी, उस ज़माने में हीरोईन सादगी से टीवी पर आती थीं. मगर ऐसा नहीं है, 70, 80 या 90 के दशक में नहीं, बल्कि 50 और 60 के दशक में एक ऐसीअभिनेत्री थी, जिसने अपने बोल्ड अदाओं से सबको चौंका दिया था. वो दौर साड़ी और सादगी का था, उस दौर में बेग़म पारा ने अपनी बोल्डनेस का तड़का लगाकर फ़िल्मों का रंग-रूप ही बदल दिया. गोरा रंग, बड़ी-बड़ी आंखें, ऊंचा कद और उनका कॉन्फ़िडेंस उन्हें ख़ूबसूरत बनाता था.
बेग़म पारा के फ़िल्मी सफ़र पर जाने से पहले उनकी निजी ज़िंदगी के बारे में थोड़ा जान लेते हैं. इनका जन्म अलीगढ़ के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था. इस परिवार की पारा हक़ तीसरी बेटी थीं. इनकी पढ़ाई बीकानेर में हुई थी. अलीगढ़ विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते हुए पारा ने घुड़सवारी, निशाने बाज़ी, तैराकी, क्रिकेट, बैडमिंटन और शिकार में भी महारथ हासिल की. बेग़म पारा के पिता पंजाब में सेशन जज थे. इसके बाद प्रांतीय सरकार में मंत्री भी रहे.
बेग़म पारा के जीवन में कभी कुछ भी सीधे तरीक़े से नहीं हुआ. फ़िल्मों में भी दस्तक देने के पीछे की कहानी बहुत ही फ़िल्मी है. बेग़म पारा के भाई ने एक्ट्रेस प्रेतिमा दासगुप्ता से शादी कर ली थी, तो परिवार उनसे नाराज़ था. बेग़म पारा को पता था कि उनका परिवार उन्हें हीरेइन बनने की इजाज़त नहीं देगा इसलिए उन्होंने अपने छोटे भाई के साथ प्लानिंग की और मुंबई आने भाई के पास भाग कर आ गईं. भाभी के साथ बड़ी-बड़ी फ़िल्मी पार्टियों में जाने लग गईं, बस तभी उन्होंने तय किया कि वो एक्ट्रेस बनेंगी. उनकी पहली फ़िल्म 1944 में आई चांद थी, जिसके लिए उन्हें 1500 रुपये मिले थे. इसके बाद 5 साल के अंदर ही उनकी फ़ीस 1 लाख रुपये तक पहुंच गई थी. क्रिकेट में माहीर बेग़म पारा ने ही फ़िल्मी स्टार्स के मैच की शुरुआत की थी. पहले मैंच में पारा ने पुरुषों से ज़्यादा रन बनाकर उन्हें मात दी.
1951 में अपने बोल्ड फ़ोटोशूट से सबको हैरान कर देने वाली बेग़म पारा बिंदास रोल के लिए जानी जाती थीं. इनका ये फ़ोटोशूट फ़ोटोग्राफ़र जेम्स बुर्के ने किया था. इसकी कुछ तस्वीरें आप देख सकते हैं.
बेग़म पारा को पीने का भी बहुत शौक़ था जहां एक ओर बाकी एक्ट्रेस कोल्डड्रिंक में छुपा कर पीती थीं तो वहीं बेग़म पारा बिंदास अंदाज़ में खुले आम विस्की का ग्लास हाथों में थाम पिया करती थीं. वो पहली भारतीय अभिनेत्री थीं, जिनकी तस्वीरें अमेरिकी पत्रिका ‘लाइफ़’ में पिन अप सुंदरी के रूप में छपी थीं. इनकी कुछ और चुनिंदा और ख़ूबसूरत तस्वीरें ये रहीं:
आपको बता दें, इन्होंने ‘नील कमल’, ‘मेंहदी’, ‘मेहरबानी’ और ‘लैला मजनू’ जैसी फ़िल्मों में काम किया. काफ़ी सालों के बाद बेग़म पारा सोनम कपूर की फ़िल्म ‘सांवरिया’ में उनकी नानी के रोल में नज़र आई थीं. आपको बता दें, बेग़म पारा ने दिलीप कुमार के भाई नासिर ख़ान से शादी की थी और फ़िल्म अभिनेता अयूब खान उनके बेटे हैं.