90 दशक के अंत में बड़े हुए लोगों के लिए श्वेता शेट्टी (Shweta Shetty) कोई नया नाम नहीं हैं. भारत की लेजेंड्री पॉप आइकॉन के रूप में जानी जाने वाली, इस सिंगर के दीवानों की उस दौरान गिनती करना तक मुश्किल था. फ़िल्म ‘अफ़लातून’ का गाना ‘पोस्टर लगवा दो बाज़ार में’ हो या ‘टोटे टोटे हो गया’ या फ़िर ‘दीवाने तो दीवाने हैं‘, श्वेता की रॉ और मज़बूत आवाज़ ने अपने ज़माने में लोगों पर ऐसा मायाजाल बिछा रखा था कि हर वक्त लोग उनके ही गाने गुनगुनाते नज़र आते थे. हालांकि, जर्मनी में रहने वाले Clemens Brandt के साथ शादी होने के बाद ये सिंगर अचानक से ग़ायब और गुमनामी के साए में जीने लगी.

तो चलिए आज आपको बताते हैं कि अपने ज़माने की मशहूर पॉप सिंगर श्वेता शेट्टी इन दिनों कहां हैं और क्या कर रही हैं.

tribuneindia

कई बॉलीवुड गानों को दी अपनी आवाज़  

मुंबई में जन्मी श्वेता शेट्टी अपनी यंग एज में जिंगल्स, फ़ैशन शोज़ और म्यूज़िक शोज़ के लिए गाया करती थीं. यूनीक आवाज़ होने के चलते श्वेता को धीरे-धीरे बॉलीवुड में अपनी पहचान मिलने लगी. अपनी कड़ी मेहनत से उन्होंने अपनी क़िस्मत को कामयाबी में तब्दील कर दिया और आगे बढ़ती रहीं. उन्होंने बॉलीवुड के कई गाने जैसे ‘मांगता है क्या’ (रंगीला), ‘काले काले बाल’ (ज़िद्दी), ‘दिल टोटे टोटे हो गया’ (बिच्छू) आदि में अपनी आवाज़ दी है. अपने ब्लॉकबस्टर गानों के ज़रिए बहुत कम समय में ही श्वेता ने कामयाबी की सीढ़ियां सुपरफ़ास्ट स्पीड से चढ़ ली थी. ठीक बिल्कुल ‘सांप-सीढ़ी‘ के गेम की तरह. 

श्वेता की सफ़लता का चैप्टर काफ़ी लंबा है 

श्वेता शेट्टी की सफ़लता की कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती. साल 1998 के स्क्रीन अवार्ड्स में उन्हें ‘दीवाने तो दीवाने हैं’ गाने के लिए ‘बेस्ट फ़ीमेल पॉप आर्टिस्ट’ का ख़िताब मिला था. साल 2003 में उन्होंने अपना सिंगल ट्रैक ‘साजना’ रिलीज़ किया. जिसकी उम्मीद थी वही हुआ. गाना रिलीज़ होते ही सुपरहिट हो गया. इसके बाद श्वेता जर्मनी चली गईं. वहां रहते हुए वो म्यूज़िक प्रोड्यूसर फ्रैंक पीटरसन और सराह ब्राइटमैन से मिलीं. आपस में तालमेल बैठाने के बाद सराह ब्राइटमैन के साथ उन्होंने पूरे 1 साल टूर किया और क़रीब 5 महाद्वीपों में लभग 120 शोज़ कर डाले. यही नहीं, श्वेता ने क्लास्किल म्यूज़िक में भी अपना हाथ आमाया हुआ है. 

instagram

ये भी पढ़ें: दलेर मेंहदी: वो सिंगर जिसके इन 10 गानों के बिना अधूरा था 90’s का हर फ़ंक्शन और पार्टी

शादी के बाद हो गई थीं ग़ायब 

जब श्वेता शेट्टी का करियर ग्राफ़ आसमान छू रहा था, तब सिंगर ने जर्मनी में रहने वाले बॉयफ्रेंड Clemens Brandt के साथ शादी कर ली और अपनी नेम-फ़ेम वाली ज़िंदगी को छोड़कर परमानेंटली जर्मनी में बस गईं. दोनों की मुलाकात ‘कांस एडवरटाइज़िंग फ़िल्म फेस्टिवल‘ में हुई थी. हालांकि, दोनों का अब तलाक हो चुका है. एक्ट्रेस ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था,

बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं ‘आप ऐसा कैसे कर सकती हैं? तुमने ऐसा क्यों किया?’ मैं मानती हूं कि मेरा फ़ैसला सबसे ऊपर था. मेरे दोस्तों ने मुझसे कहा कि ‘कृपया मत जाओ’. मेरे पूर्व पति भी मुझसे कहते थे कि तुम्हें दूर ले जाकर मुझे बहुत बुरा लग रहा है, देखो वे क्या कह रहे हैं, वे मुझे किसी तरह के खलनायक के रूप में ले रहे हैं. लेकिन मैंने इसके बारे में नहीं सोचा.

-श्वेता शेट्टी

timesnownews

ये भी पढ़ें: 90s की पॉप सिंगर, रागेश्वरी याद है? आज कुछ इस अंदाज़ में बिता रही हैं वे अपनी ज़िंदगी

कोरोना महामारी के दौरान किया कमबैक

अपने पति से तलाक लेने के बाद श्वेता शेट्टी जर्मनी में योगा सिखाने लगी थीं. साल 2020 में जब कोरोना महामारी ने दस्तक दी, तो उस दौरान सिंगर का टॉप गाना ‘दीवाने तो दीवाने हैं‘ ने भारत में फ़िर से ट्रेंड करना शुरू कर दिया. गाने को इतना प्यार मिलने के बाद उन्होंने मस्ती-मस्ती में ‘डरो न‘ नाम से एक ट्रैक जारी किया, जिसे आईफ़ोन से शूट किया गया था. साल 2021 में उन्होंने ‘JMHM‘ नामक अपने सिंगल ट्रैक से म्यूज़िक इंडस्ट्री में ऑफिशियली कमबैक किया. इतने सालों बाद भी लोगों ने उनकी आवाज़ पर प्यार लुटाने में कोई कटौती नहीं की. 

श्वेता शेट्टी के सिंगर बनने के सफ़र में कई रुकावटें आईं, लेकिन कुछ करने की चाहत ने उन्हें एक सफ़ल फ़ीमेल पॉप सिंगर का ख़िताब दिला दिया. भले ही वह 20 साल तक संगीत से दूर रहीं, लेकिन संगीत उनसे कभी दूर नहीं हुआ.

आज भी श्वेता शेट्टी के 90 के दशक के गाने अक्सर बॉलीवुड फ़िल्मों में नए-नए वर्जन के साथ देखने को मिलते हैं.