बॉलीवुड (Bollywood) में ऐसी कई एक्ट्रेस रही हैं, जिन्हें अपनी ख़ूबसूरती और अदाकारी दोनों के लिए याद किया जाता है. इसमें नरगिस, हेमा मालिनी, माधुरी दीक्षित, मधुबाला आदि शामिल हैं. लेकिन 30-40 के दशक का बॉलीवुड कुछ और ही था. वो ऐसा दौर था, जब बाल विवाह जैसी क्रूर प्रथा चरम पर थी और महिलाओं का फ़िल्मों में काम करना ग़लत माना जाता था.
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उस दौरान एक ऐसी अदाकारा ने अपना ना ही सिर्फ़ फ़िल्म इंडस्ट्री में दबदबा बनाया, बल्कि आज़ादी की लड़ाई का हिस्सा भी बनीं. साथ ही वो ऐसी पहली एक्ट्रेस थी, जो ग्रेजुएट थीं. क्या आपने उन्हें पहचाना?
एक्ट्रेस का शुरुआती करियर
वो 9 सितंबर, 1909 को कर्नाटक के ब्राह्मण परिवार में जन्मी थीं और 94 की उम्र में साल 2003 में उनका निधन हो गया. सिनेमा इंडस्ट्री में पैर जमाने से लेकर अंग्रेजों से लड़ाई लड़ने तक, उनकी जिंदगी के कई ऐसे पहलू हैं, जिसके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते. वो काफ़ी पढ़े-लिखे परिवार से आती हैं. उनके पिता अंग्रेज़ी के प्रोफ़ेसर थे. वहीं, उन्हें ख़ुद भी महाराष्ट्र की पहली महिला ग्रेजुएट का ख़िताब मिला था.
15 की उम्र में हो गई शादी
15 या 16 उम्र की उनकी शादी हो गई. इसके बाद उनके चार बच्चे भी हुए, लेकिन उनका एक्टिंग के प्रति लगाव कम नहीं हुआ. उन्होंने अपनी शादी के बाद ‘नाट्यमानवांतर‘ नाम का मराठी थिएटर ज्वाइन किया. इसी के बाद से उन्हें फ़िल्मों में रोल मिलते चले गए. उस दौरान महिलाओं को थिएटर में काम करने की आज़ादी नहीं थी, जिसके चलते उनके पति से भी रिश्ते ज़्यादा दिन तक नहीं टिक सके. इसके बाद बच्चों की ज़िम्मेदारी पूरी उन पर आ गई. आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने स्कूल में बतौर टीचर भी काम करना शुरू किया.
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एक्ट्रेस की सुपरहिट फ़िल्में
हम बात कर रहे हैं लीला चिटनिस की. इसी दौरान उन्हें फ़िल्मों से भी पैसे मिलने शुरू हो गए. कई फ़िल्मों में छोटे-मोटे रोल करने के बाद साल 1937 में उन्हें फ़िल्म ‘जेंटलमैन डाकू‘ से अपना पहला बड़ा ब्रेक मिला. इसके बाद उन्हें फ़िल्मों के ख़ूब सारे ऑफर्स आने लगे. ‘बॉम्बे टॉकीज़’, ‘कंगन’, ‘बंधन’, ‘आजाद’ और ‘झूला’ जैसी फ़िल्मों में उन्होंने काम किया. साल 1948 की फ़िल्म ‘शहीद‘ में लीला दिलीप कुमार की मां के रोल में नजर आईं थीं. वो पहली बॉलीवुड महिला थीं, जिन्हें लक्स का एड मिला. करियर में बुलंदियों पर होने के बाद भी लीला चिटनिस ने 1987 की फ़िल्म ‘दिल तुझको दिया‘ के बाद इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया था.