सुपरमॉडल, एक्टर और फ़िटनेस क्रेज़ी, मिलिंद सोमन 90 के दशक का एक जाना-माना चेहरा हैं. मॉडलिंग की दुनिया में नाम कमाने वाले मिलिंद पिछले कुछ सालों में भारत में फ़िटनेस का चेहरा बन कर उभरे हैं. दुनिया की सबसे कठिन मैराथॉन में शुमार ‘आयरन मैन’ ख़त्म करने के बाद मिलिंद ने हाल ही में अल्ट्रामैन मैराथॉन जीतकर देश को एक बार फिर गौरवान्वित किया है.

आम मैराथॉन में जहां लोगों को लगभग 42 किलोमीटर तक दौड़ना होता है, वहीं मिलिंद काफ़ी समय से 100 किलोमीटर से अधिक की मैराथॉन में हिस्सा लेते आ रहे हैं.

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मिलिंद ने हाल ही में अल्ट्रा मैराथॉन ख़त्म की है. अमेरिका के फ्लोरिडा में होने वाली अल्ट्रामैन को दुनिया की सबसे मुश्किल मैराथॉन माना जाता है. इस मैराथॉन में पहले दिन एथलीट्स को 10 किलोमीटर स्विमिंग करनी होती है और 142 किलोमीटर साइकिलिंग करनी होती है. वही दूसरे दिन एथलीट्स को 276 किलोमीटर साइकिलिंग करनी पड़ती है और तीसरे दिन 84 किलोमीटर दौड़ना पड़ता है.

मिलिंद सोमन के अलावा इस महामैराथॉन में चार भारतीयों ने भी हिस्सा लिया था और मिलिंद के साथ ही साथ चारों अपनी-अपनी मैराथॉन को खत्म करने में सफल रहे. अभिषेक मिश्रा, कौस्तभ राधकर, पृथ्वी राज पाटिल और मनमध रेब्बा ने भी मिलिंद के साथ मिलकर देश का नाम रौशन किया है.

लेकिन खास बात ये रही कि बाकी एथलीटों की तरह मिलिंद ने दौड़ने के लिए जूतों का इस्तेमाल नहीं किया, बल्कि उन्होंने ये मैराथॉन नंगे पांव ही ख़त्म की. उन्होंने अपनी इस सफ़लता कि जानकारी फ़ेसबुक पर पोस्ट की. मिलिंद ने मैराथॉन ख़त्म होने के महज पांच सेकेंड पहले इसे पूरा किया.

मिलिंद सोमन ने पिछले कुछ सालों में अपने प्रयासों से देश के लोगों को एक फ़िट लाइफ़स्टाइल अपनाने को प्रेरित किया है. भारत में फ़िटनेस का कल्चर वैसे भी दयनीय हालत में है, ऐसे में 51 की उम्र में मिलिंद सोमन के प्रयास, फ़िट इंडिया के सपने को साकार कर सकते हैं.