Late 40s Hindi Cinema Actress Who Was Most Beautiful: आपको फ़िल्म ‘मुग़ल-ए-आज़म’ की बहार तो याद ही होगी? ख़ूबसूरती ऐसी की दिल जीत ले, हिंदी सिनेमा की इस एक्ट्रेस की सुंदरता का कोई कोई मैच नहीं था. तीखे नैन-नक्श, सुंदर कद काठी वाली ये एक्ट्रेस मधुबाला, वैजयंती माला जैसी कई एक्ट्रेसेस को टक्कर देती थी. इतनी सफ़लता के बावज़ूद भी उन्होंने अपनी ज़िद्द और अफ़ेयर से अपनी ज़िंदगी ख़राब दी थी. हिंदी सिनेमा की इस एक्ट्रेस ने आज़ादी से पहले से बहुत सी सुपरहिट फ़िल्मों में काम किया है. चलिए आपको इस आर्टिकल के माध्यम से निगार सुल्ताना (Nigar Sultana) की लाइफ़ के बारे में बताते हैं.
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हिंदी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेस निगार सुल्ताना का जन्म ब्रिटिश राज वाले हैदराबाद में हुआ था. उनके पिता पेशे से फौजी थे. लेकिन उनका निधन हो गया. जिसके बाद निगार के कंधे पर अपने भाई-बहन को संभालने की ज़िम्मेदारी आ गई थी. निगार के पिता के दोस्त ने मुसीबत में उनका साथ दिया और उन्हें फ़िल्मों में काम करने की नसीहत दी. उनकी बात मानकर निगार ने मात्र 14 साल की उम्र में फ़िल्मों में एंट्री की और 1946 में ‘रंगभूमि’ फ़िल्म में काम किया.
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इसके बाद उन्होंने ‘शिकायत (1948)’ ‘आनंद भवन(1953)’, ‘मिट्टी के खिलोने (1948)’, ‘बिखरे मोती(1951)’ जैसी सुपरहिट फ़िल्मों में काम किया, उस समय डायरेक्टर्स उन्हें कास्ट करने के लिए उत्सुक रहते थे. उनका करियर अच्छा चल रहा था, जिसके बाद उन्होंने एसएम युसूफ से शादी कर ली. सब कुछ ठीक चल रहा था और उन्हें के.आसिफ़ की फिल्म मुग़ल-ए-आज़म में डांसर ‘बहार’ का किरदार निभाने को मिला. शादी-शुदा होते हुए भी उन्हें फिल्म के निर्देशक से प्यार हो गया और उन्होंने उनसे शादी कर ली, उनसे उनकी बेटी हुई ‘हीना कौसर‘ जो 70s की फ़ेमस एक्ट्रेस बन गईं.
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निगार और आसिफ की लव लाइफ अच्छी चल रही थी कि एक दिन उन्हें पता चला कि के.आसिफ़ ने दूसरी शादी कर ली है. इस बात से निगार डिप्रेशन में चली गई और अपने प्यार का कोर्ट में तमाशा बना दिया. मीडिया में भी वो सुर्ख़ियों में रहती थीं. ये कानूनी युद्ध चलता रहा और उन्होंने अकेले अपने बच्चों का ध्यान रखा. अपने जीवन के आखिरी दिनों में निगार ने फर्नीचर की दुकान खोलकर पैसे कमाए और 2000 में उनकी मृत्यु हो गई. आज भी उनकी खूबसूरती का कोई टक्कर नहीं है.