An Actor Who Got Famous In 45 Years Of Age: बॉलीवुड में ऐसे बहुत ही कम एक्टर्स हैं, जिनकी क़लम में भी उतनी ही ताक़त हो जितनी उनकी आवाज़ और एक्टिंग में हो. आज हम आपको जिस एक्टर के संघर्ष की कहानी बताने जा रहे हैं, वो अपने आप में दिग्गज कलाकार है. जिन्हें हिंदी सिनेमा में 45 वर्ष की आयु के बाद पहचाना गया, उनके एक्टिंग का तरीका, उनके लिरिक्स लिखने का अंदाज़ सब कुछ बहुत अलग है. आज हम आपको अपनी पहचान कौन की सीरीज़ में इस एक्टर के बारे में विस्तार से बताएंगे.

ये भी पढ़ें: पहचान कौन? कभी डायरेक्टर ने फ़िल्म के सेट से धक्का मारकर निकाला था, आज है बॉलीवुड का धाकड़ विलेन

जानिए उन एक्टर का नाम जिसे 45 साल की आयु में मिली बॉलीवुड में पहचान-

इस कलाकार के गाने में राजनीती का हल्का सा छुआ होता है. उनकी ज़िंदगी संघर्षों भरी थी. बचपन में ही उनके माता-पिता एक दूसरे से अलग हो गए थे. जिसकी वजह से उन्हें अपना बचपन अपने रिश्तेदारों के घर गुज़ारना पड़ा. घर में अन-बन के कारण वो बहुत ग़ुस्सैल बन गए, उन्होंने अपने आक्रोश को क़लम के ज़रिये निकालने का निर्णय लिया और 8वीं क्लास में उन्होंने अपनी पहली कविता लिखी.

क्या इस तस्वीर में आपने इस कलाकर को पहचाना?

उन्होंने 1983 में नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा (NSD) से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी. जिसके बाद पॉपुलर निर्देशक सूरज बरजात्या ने उन्हें ‘मैंने प्यार किया’ में काम करने का ऑफर दिया. लेकिन उन्होंने निर्देशक को कोई जवाब नहीं दिया और ये रोल सलमान खान को मिल गया.

ये एक्टर 2003 में, मुंबई शिफ़्ट हुए, लेकिन 20 साल तक वो नशे की लत और गैर ज़िम्मेदार रहे. इस एक्टर का नाम है ‘पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra)‘ जिनके लिखे गानों में दम होता है. उसमें उनका गुस्सा झलकता है. इतने वर्षों तक कुछ न करने बाद उन्होंने अपने ऊपर काम करना शुरू किया और कुछ उम्दा फ़िल्मों से बॉलीवुड में पहचान बनाई. उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था, “असली समस्या ये थी कि मैं एक गंदा, नीच व्यक्ति था. जो नैतिक रूप से भ्रष्ट था. प्रिया ने बहुत धैर्य से सब कुछ देखा और 2006 में मुझे ट्रीटमेंट के लिए एक संस्थान में ले गई. मुझे न तो अपनी पत्नी की परवाह थी और न ही अपने बड़े बेटे की”

लेकिन लगातार खुद पर ध्यान देने के बाद उन्होंने बॉलीवुड में जादू चला दिया. फ़िल्म ‘मकबूल’, ‘गुलाल’, ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर‘ जैसी शानदार फ़िल्म में झक्कास परफॉरमेंस दी. उसके बाद उन्होंने अनुराग कश्यप की फ़िल्म ‘ब्लैक फ्राइडे’ के लिए गाने भी लिखे. इतना ही नहीं उनका गाना ‘आरंभ है प्रचंड’ सुपरहिट हुआ था. 45 वर्ष में अपने करियर की शुरूआत करने वाले पीयूष ने भले ही अपने जवानी के दिन नशे की हालत में निकाल दिए, लेकिन आज वो सफ़ल एक्टर हैं.

ये भी पढ़ें- अपनी दमदार एक्टिंग से रौंगटे खड़े कर देने वाले आशुतोष राणा के ये हैं बेस्ट 8 नेगेटिव रोल