प्रभास (Prabhas) की फ़िल्म ‘प्रोजेक्ट K’ (Project K) के टीज़र के साथ इसका फ़ाइनल टाइटल भी अनाउंस हो गया है. डायरेक्टर नाग अश्विन की इस फ़िल्म का नाम है ‘कल्कि 2898 AD’ (Kalki 2898 AD Teaser). इस साइंस फ़िक्शन मूवी के टीज़र में प्रभास के अलावा दीपिका और अमिताभ बच्चन भी नज़र आ रहे हैं. फ़िल्म के टाइटल से ज़ाहिर है कि प्रभास भगवान राम के बाद अब विष्णु अवतार ‘कल्कि’ (Prabhas As Kalki) के रूप में नज़र आने वाले हैं. (Kalki Avatar Of Lord Vishnu)
ऐसे में आइए जानते हैं कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार क्या है और वो कब और कहां जन्म लेगा?
Kalki 2898 AD Teaser
क्या है कल्कि अवतार?
श्रीमद्भागवत पुराण में भगवान के 22 अवतारों का वर्णन है, वहीं कुछ धर्मशास्त्रों में 24 अवतार भी बतलाए गए हैं. जिनमें से “दशावतार” (दस अवतार) प्रमुख हैं. गरुड़ पुराण में दशावतार का वर्णन है. वे हैं- मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और आख़िर में कल्कि अवतार. (10 Avatars of Lord Vishnu)
Lord Vishnu Incarnation Of Kalki In Kalyug: पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु के 10वें अवतार को कल्कि अवतार के रूप में जाना जाता है. अभी तक ये अवतार नहीं हुआ है. लेकिन ये माना जाता है कि दुनिया में पाप की सीमा पार होने पर विश्व में दुष्टों का संहार करने के लिए भगवान विष्णु कल्कि अवतार में प्रकट होंगे. उसके बाद वे पूरी दुनिया को ख़़त्म कर इस धरती पर फिर से जीवन का सृजन करेंगे.
कब होगा कल्कि अवतार?
भगवान विष्णु का कल्कि अवतार कलयुग और सतयुग के संधि काल में होगा. यानी कि जब कलियुग खत्म हो रहा होगा और सतयुग का प्रारंभ होने वाला होगा. धर्म ग्रंथों के अनुसार कलियुग का प्रारंभ 3102 ईसा पूर्व से हुआ था. श्रीकृष्ण के पृथ्वी लोक से विदा लेते ही कलयुग का प्रथम चरण शुरू हो गया. पुराणों के अनुसार पृथ्वी पर कलयुग का इतिहास 4 लाख 32 हजार वर्षों का होगा. अभी कलियुग का प्रथम चरण चल रहा है. इसका मतलब 3102+2023= 5125 साल कलियुग के गुज़र चुके हैं और 426875 साल अभी बचे हैं. कल्कि अवतार की उत्पत्ति कलियुग के अंत में होगी.
पुराणों के मुताबिक भगवान विष्णु का ये अवतार सावन महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को होगा. इसलिए हर साल इस तिथि पर कल्कि जयंती भी मनाई जाती है. भगवान कल्कि के जन्म के समय गुरु, सूर्य और चंद्रमा एक साथ पुष्य नक्षत्र में होंगे और भगवान के जन्म के साथ ही सतयुग की शुरुआत होगी.
कहां होगा कल्कि अवतार, कैसा होगा स्वरूप?
श्रीमद्भागवत के मुताबिक भगवान विष्णु का कल्कि अवतार 64 कलाओं से पूर्ण होगा. ऐसी मान्यता है कि कल्कि अवतार में भगवान विष्णु देवदत्त नामक सफेद घोड़े पर अवतरित होकर आएंगे और वो धर्म की स्थापना में सहयोग करेंगे. उनके अवतरित होते ही सतयुग का आरंभ होगा.
साथ ही, भगवान राम के समान ही कल्कि भगवान के तीन और भाई होंगे, जिनका नाम सुमंत, प्राज्ञ व कवि होगा. इन्हीं भाइयों के साथ मिलकर भगवान विष्णु धर्म की स्थापना करेंगे.
वही, कल्कि पुराण के अनुसार भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद के पास स्थित ‘संभल गांव’ में अवतरिक होगा.
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