बॉलीवुड के सुपरस्टार रजनीकांत के फ़ैंस सिर्फ़ इंडिया में ही नहीं, पूरी दुनिया में हैं. रजनीकांत एक उम्दा एक्टर तो हैं ही, साथ ही वो एक बेहतरीन इंसान भी हैं. अपने फ़िल्मीं करियर में उन्होंने कई सारी सुपरहिट फ़िल्में दी हैं. लोग उनकी फ़िल्मों का इस तरह से इंतज़ार करते हैं जैसे कोई त्योहार आने का इंतज़ार किया जाता है. जब भी रजनी सर की फ़िल्म रिलीज़ होने वाली होती है तो दक्षिण भारत में किसी उत्सव के जैसा माहौल हो जाता है.
बस कंडक्टर से सुपरस्टार रजनी सर का साउथ सिनेमा हो या बॉलीवुड में हर कोई उनके हर अंदाज़ का फ़ैन है. शायद यही वजह है कि फ़िल्मों में जाने का सपना देखने वाला हर व्यक्ति रजनी सर को पूजता है और उनके स्टाइल को कॉपी करने की कोशिश करता है.
रजनी सर की हर अदा के लोग दीवाने हैं और मूवी हॉल में उनके हर स्टाइल पर तालियों की बौछार होती है.
उनके एक्शन से लेकर डायलॉग बोलने का स्टाइल एकदम यूनीक है. फिर चाहे उनका कंधे पर पटका डालना हो या घुमाकर चश्मे को लगाना या फिर उनका सिगरेट को हवा में उछालकर होठों से पकड़ना और जलाने का सिग्नेचर स्टेप. हर एक्टर रजनीकांत के इस स्टाइल को कॉपी करने की कोशिश करता है.
पर शायद आपको पता न हो कि रजनी सर का ये आइकॉनिक स्टेप उनका नहीं है, बल्कि ये स्टेप किसी और का है और उन्होंने इसे कॉपी किया है. रजनीकांत का ये सिग्नेचर उनके नाम से वर्ड फ़ेमस है, लेकिन ये बॉलीवुड के एक बेहतरीन एक्टर के स्टाइल से कॉपी किया हुआ है.
अब आप सोचेंगे कि ये कैसे हो सकता है, बॉलीवुड में शायद ऐसा करते हुए नहीं दिखा कभी… मगर ये सच है कि रजनी सर ने ये स्टाइल, अपने यूनीक स्टाइल से सबको ख़ामोश करने वाले शत्रुघन सिन्हा से कॉपी किया है. और ये रजनीकांत की फ़िल्मों में उनके सबसे हिट स्टाइल्स में से एक बन गया, जिसे साऊथ के हर हीरो ने कॉपी किया.
अपने एक इंटरव्यू में खुद रजनीकांत ने बताया कि,
‘शत्रुघन सिन्हा ने पहली बार ये स्टाइल हिंदी फ़िल्मों में किया था. मैंने उनको देखकर ही इसे पिक किया और उसमें कुछ बहुत सुधार किया. पर इसे अपनाने और सटीक बनाने के लिए मैं हज़ार कोशिशें कीं और इसको परफ़ेक्ट करने के लिए मुझे बहुत प्रैक्टिस करनी पड़ी तब जाकर ये स्टेप बना, इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ये एक टैलेंट है लेकिन उससे भी अधिक ज़रूरी है उसकी टाइमिंग. सिगरेट को सिर्फ़ उछालना ही नहीं था, बल्कि अपने डायलॉग भी बोलने थे. कई बार एक्टिंग करते हुए सिगरेट को उछालना और फिर वापस पकड़ना होता था.’
रजनीकांत वो एक्टर हैं, जिसने अपनी एक अलग और यूनीक स्टाइल बनाई और लोगों ने उनके हर अंदाज़ को खूब सराहा.
इंडियन सिनेमा में रजनी सर जैसा कलाकार न ही पहले हुआ है और न ही आगे होगा क्योंकि कलाकार बनते नहीं, कलाकार पैदा होते हैं.