रामानंद सागर (Ramanand Sagar) का रामायण (Ramayan) धारावाहिक भारतीय टेलीविज़न इतिहास का सबसे पसंदीदा शो में से एक है. ये 25 जनवरी 1987 से 31 जुलाई 1988 तक दूरदर्शन (Doordarshan) पर प्रसारित हुआ था. आज तक ‘रामायण’ पर कई टीवी शोज बन चुके हैं, लेकिन रामानंद सागर की ‘रामायण’ की जगह कोई नहीं ले पाया. दरअसल, दर्शकों को रामानंद सागर का कहानी कहने का अंदाज़ इस कदर पसंद आया कि वो आज तक इसे भूल ही नहीं पाए हैं.

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रामानंद सागर की ‘रामायण’ में नज़र आये सभी एक्टर्स आज भी दर्शकों को अच्छे से याद हैं. 90 के दशक में इस धारावाहिक में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल, सीता मां के रोल में दिखीं दीपिका चिखलिया, लक्ष्मण का किरदार किरदार निभाने वाले सुनील लहरी और रावण बने अरविंद त्रिवेदी काफ़ी पॉपुलर हुए थे. रामायण के इन्हीं मशहूर किरदारों में एक किरदार ‘जामवंत’ का भी था, जिसे श्रीकांत राजशेखर उपाध्याय ने निभाया था.

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चलिए जानते हैं ‘रामायण’ के ‘जामवंत’ उर्फ़ ‘श्रीकांत राजशेखर उपाध्याय’ आज 36 साल बाद कहां हैं और क्या कर रहे हैं-

दरअसल, रामानंद सागर की ‘रामायण’ में ‘जामवंत’ का किरदार निभाने वाले ‘श्रीकांत राजशेखर उपाध्याय’ का चेहरा कोई देख नहीं पाया था. लेकिन आज 36 साल बाद वो कैसे दिखते हैं. दरअसल, श्रीकांत राजशेखर उपाध्याय हाल ही में श्री प्रेमानंद जी महाराज के दरवार में नज़र आये थे. इस दौरान वो दरवार में हाथ जोड़े नज़र आये थे. लेकिन दर्शक उन्हें पहचान ही नहीं पाए.

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प्रेमानंद महाराज ‘रामायण’ के ‘जामवंत’ को देख बेहद प्रसन्न हुए. इस दौरान ये दोनों महारथी जामवंत महाराज की शक्तियों का बखान करते नज़र आये. गुरूजी के कहने पर राजशेखर उपाध्याय ने अपने ‘जामवंत’ के किरदार के कुछ डायलॉग्स भी सुनाये, जिन्हें सुनकर हर कोई हैरान रह गया था. क्योंकि राजशेखर उपाध्याय की आवाज़ में आज भी वही खनक नज़र आ रही थी, जो 36 साल पहले थी.