हीरो-हिरोईन, खिलाड़ी, लेखक आदी के बाद अब वैचारिक कारणों से लोगों के फ़ेवरेट नेता और पत्रकार भी होने लगे हैं. हालांकि ये ट्रेंड बनना नहीं चाहिए था लेकिन जब इसकी शुरुआत हो ही चुकी है, तो आज लोगों के पसंदीदा पत्रकार रवीश कुमार की बात करते हैं.
पत्रकारिता के अलावा लोग रवीश को उनके हाव-भाव और चाल-ढाल की वजह से भी जानते हैं. उनके बोलने की शैली और अंदाज़ को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. इसकी वजह से वो कई बार इंटरनेट पर छा चुके हैं.
ये वो 8 मौके हैं जब रविश कुमार ने पत्रकारिता के ऊपर अपनी छाप छोड़ दी.
1. नमस्कार, मैं रविश कुमार
साल गुज़र चुके हैं, कई शो किए, उम्र भी ढली लेकिन कभी भी रवीश के अभिवादन का तरीका नहीं बदला. स्क्रीन पर चेहरा आते ही रवीश कुमार की सबसे पहली लाईन यही होती है, नमस्कार, मैं रवीश कुमार.
2. कौन जात हो भाई
ये ‘वाक्य’ रवीश कुमार की एक पहचान भी बन गया है. उन्हें ट्रोल करने वाले अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं. मैं आपको बता दूं कि शायद उन्होंने ये वाक्य कहा हो लेकिन इंटरनेट पर बहुत हाथ-पैर मारने के बाद भी मुझे वो वीडियो फ़ुटेज नहीं मिली. Quora पर कुछ लोगों के जवाब ज़रूर मिले कि रवीश कुमार ने ये वाक्य कभी नहीं कहा. ये उनसे जुड़ गया, क्योंकि वो अपनी रिपोर्टिंग में जात का मुद्दा उठाते रहते हैं.
3. बागों में बहार है
जब रवीश कुमार ने विरोध को रूप में अपने शो पर दो माइम कलाकारों को चीफ़ गेस्ट बना कर बेठाया था, तब लोगों ने उनकी इस रचनात्मकता की तारीफ़ की थी. उसी शो को दौरान एक जुमला उछला था, ‘बागों में बहार है’… यहां तक कि ट्विटर पर ये हैशटैग टॉप ट्रेंड बना था.
4. मुलेठी
दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले थे. भाजपा ने किरण बेदी को मुख्य मंत्री उम्मीदवार चुना था. इसी सिलसिले में रवीश कुमार किरण बेदी के इंटरव्यु के लिए उनके निवास स्थल पहुंचे. गरमा-गरम बहस वाला इंटरव्यू हुआ. इस दौरान किरण बेदी ने कहा कि वो ऊंचा नहीं बोल सकती, तो रवीश ने उन्हें ‘मुलेठी’ देने की बात कही. इस बातचीत पर खूब जोक बनाए गए.
5. हजामत
बिहार विधानसभा को कवर करने पहुंचे रवीश कुमार अपने चित-परिचित अंदाज़ में रिपोर्टिंग के दौरान ही सड़क किनारे बने सलून में दाढ़ी बनाने बैठ गए. ये वीडियो फु़टेज आज की तारीख में कल्ट बन चुका है.
6. ब्लैक स्क्रीन
अभिव्यक्ति की आज़ादी और सभी चैनलों के प्राइम टाइम पर होने वाले डिबेट के पर रवीश ने अपने तरीके से बात रखी और मीडिया में खलबली मच गई. टीवी के लिए सबसे ज़रूर होता है उसका स्क्रीन, रवीश ने अपनी बात समझाने के लिए उसे ही काला कर दिया.
7. राजा रबीश कुमार
YouTube चैनल The Screen Patti ने जब पहली रवीश कुमार के ऊपर वीडियो निकाला, तो वो वीडियो वारयल को प्राप्त हुआ. शिवांकित परिवाहर ने हू-ब-हू रवीश की नकल उतार दी थी. यहां तक कि रवीश को भी उनकी एक्टिंग पसंद आई थी, उन्होंने The Screen Patti के वीडियो को री-ट्वीट भी किया था.
8. मोदी जी जानते हैं?
कमीडियन कुणाल कामरा के शो Shut Up Ya Kunal पर जब रवीश कुमार पहुंचे तो खूब बातें हुईं, शो दो हिस्से में YouTube पर मौजूद है. पहले हिस्से के अंत में जब आपको लगता है कि वीडियो ख़त्म होने वाला है, तब एक फ़ुटेज आता है, जिसमें रविश कुमार एक संदर्भ में कहते हैं ,’मोदी जी हमको नहीं जानेंगे तो किसे जानेंगे’. इसके बाद जो उड़ता हुआ चश्मा और कलम आते हैं, वो बड़ा कूल लगता है.
रवीश कुमार की पत्रकारिता चाहे आपको पसंद आए या न आए लेकिन एक बात तो तय है कि आप उनकी मौजूदगी को नकार नहीं सकते.