Role of Amol Palekar in Bollywood Movies in Hindi: अमोल पालेकर 70s के वो कलाकार हैं जिन्होंने फ़िल्मों में कॉमन मैन का किरदार निभाकर लोगों का दिल जीतने का काम किया. उनकी सादगी और फ़िल्मों में दिखाया गया उनका मिडिल क्लास इंसान का किरदार दर्शकों को ख़ूब पसंद आया. एक आम इंसान उनकी फ़िल्मों (Common Role of Amol Palekar in Bollywood Films) में दिखाए गए किरदार से ख़ुद आसानी से कनेक्ट कर पाता है. अमोल पालेकर इसलिए भी जाने जाते हैं कि उन्होंने एक्शन हीरो के बीच कॉमन मैन बनकर ये लोगों को बताया कि फ़िल्म का हीरो एक साधारण इंसान भी हो सकता है. 

आइये, इसी क्रम में नज़र डालते हैं उनकी कुछ हिन्दी फ़िल्मों पर जिनमें वो एक कॉमन मैन (Role of Amol Palekar in Bollywood Movies) और साधारण प्रोफ़ेशन में नज़र आए. 

1. अकाउंटेंट (गोल-माल) 

Role of Amol Palekar in Bollywood Movies
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Role of Amol Palekar in Bollywood Movies in Hindi: 1979 में आई गोल-माल फ़िल्म अमोल पालेकर के फ़िल्मी करियर की सबसे बेस्ट फ़िल्म मानी जाती है. इस फ़िल्म ने दर्शकों को बीच ख़ूब लोकप्रिय बना दिया था. फ़िल्म कॉमेडी से भरपूर थी और प्यार व इमोशन कूट-कूटकर भरा है. इस फ़िल्म में अमोल पालेकर बड़े सरल अंदाज़ में नज़र आए. 

फ़िल्म में दिखाया गया है कि वो CA के छात्र रहते हैं और बाद में जॉब की तलाश करते हैं. फिर उनकी जॉब उनके मामा के दोस्त की कंपनी में एक अकाउंटेंट के तौर पर लग जाती है. इस नौकरी को बचाने के लिए उन्हें फ़िल्म में जुड़वे भाई का भी रोल निभाना पड़ जाता है.

2. सुपरवाइज़र – ग्रेड 2 (छोटी-सी बात) 

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Common Role of Amol Palekar in Bollywood Films: हमारे कॉमन मैंन फ़िल्म एक्टर की फ़िल्म छोटी-सी बात 1976 में आई थी. ये एक रोमांटिक- कॉमेडी फ़िल्म थी. इस फ़िल्म में अमोल पालेकर ने अरुण प्रदीप का किरदार निभाया था, जो कि एक कंपनी में सुपरवाइज़र – ग्रेड 2 की नौकरी करते हैं. कॉमेडी से भरपूर इस फ़िल्म में बड़ी ही प्यारी अरूण और प्रभा की लव स्टोरी दिखाई गई है. एक्टर बस में सफ़र करता है और एक वक़्त आता है कि हीरोइन को इप्रेस करने के लिए मोटर-साइकिल ख़रीद लेता है. इस फ़िल्म में अशोक कुमार प्रवीण के लव गुरु रहते हैं. ये बातें आपके अंदर दिलचस्पी पैदा कर रही हैं, तो एक बार फ़िल्म देख ही लीजिए. 

3. ओवरसियर (चितचोर) 

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Role of Amol Palekar in Bollywood Movies in Hindi: अमोल पालेकर की एक और फ़िल्म है ‘चितचोर’ जो उनके शानदार अभिनय को प्रदर्शित करती है. ये फ़िल्म एक रोमांटिक फ़िल्म थी, जो 1976 रिलीज़ हुई थी. इस फ़िल्म को बासु चटर्जी ने डायरेक्ट किया था. 

इस फ़िल्म में अमोल पालेकर ने विनोद का किरदार निभाया था, जो कि एक कंपनी के लिए ओवरसियर (निरीक्षक या प्रोजेक्ट या श्रमिकों का प्रभारी) के रूप में काम करते हैं. 

4. एक फैक्टरी में कर्मचारी (दामाद)

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फ़िल्म दामाद 1978 में आई थी, जिसमें अमोल पालेकर ने शरद मझगांवकर का रोल निभाया है. शरद के मध्य वर्गीय परिवार से संबंध रखता है और उसकी नौकरी एक फ़ैक्ट्री में लग जाती है. लेकिन, शरद सुबह 7 से शाम 7 बजे वाली नौकरी से खुश नहीं रहता है, लेकिन नौकरी करने चला जाता है. ‘दामाद’ एक कॉमेडी फ़िल्म है, जिसमें लव स्टोरी भी शामिल है. 

5. टाइपिस्ट (घरौंदा) 

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Role of Amol Palekar in Bollywood Movies in Hindi: हमारे फ़िल्मी कॉमन मैन की एक और फ़िल्म है घरौंदा, जो 1977 में आई थी. ये एक हिन्दी ड्रामा फ़िल्म है, जिसमें मीडिल क्लास परिवार के परिवेश को बड़े अच्छे से दिखाया गया है. फ़िल्म में अमोल पालेकर का किरदार सुदीप का है, जो एक दफ़्तर में टाइपिस्ट हैं. वहीं, फ़िल्म की हीरोइन ज़रीना वहाब, जो कि छाया के किरदार में हैं, वो भी सुदीप के दफ़्तर में काम करती हैं. दोनों साथ काम करते हैं और फिर दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है. 

6. चोर (दोनों लड़के और दोनों कड़के)

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ये फ़िल्म 1979 में रिलीज़ हुई थी और इस फ़िल्म में अमोल पालेकर ने एक चोर, लेकिन पॉज़िटिव किरदार निभाया था. अमोल पालेकर के किरदार का नाम हरी रहता है, जो अपने पाटनर रामु (आसरानी) के साथ छोटी-मोटी चोरियां करता है. 

7. उद्यमी (रंग-बिरंगी)

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Role of Amol Palekar in Bollywood Movies in Hindi: 1983 में आई फ़िल्म रंग-बिरंगी में अमोल पालेकर ने एक उद्यमी यानी Entrepreneur के रूप में नज़र आए थे, जो अपने काम में कुछ ज़्यादा ही व्यस्त हो जाता है और दफ़्तर का काम घर में लाने लगता है, ये चीज़ उसकी पत्नी को पंसद नहीं आती है. इसके बाद दोनों के बीच अजय के दोस्त की एंट्री होती है, जो कि अजय की पत्नी का अकेलापन देखता है और फिर पति-पत्नी के रिश्ते को ठीक करने का प्रयास करता है.