साल 1983, पूरा भारत एक त्योहार मना रहा था, वो त्योहार था क्रिकेट विश्वकप जीतने का. इन्हीं खुशियों के बीच मुम्बई के एक 10 साल के बच्चे ने एक सपना अपनी आंखों में कैद कर लिया था. वो सपना था, क्रिकेट विश्वकप की ट्रॉफी अपने हाथों में पकड़ने का. ये बच्चा था सचिन रमेश तेंदुलकर. क्रिकेट का वो भगवान जिसे हमारी तीन पीढ़ियों ने खेलते देखा है. मैच के दौरान सचिन-सचिन चिल्लाया है. शतक जड़ने के बाद उनका हेल्मेट उतार कर आसमान की ओर देखना कोई कैसे भूल सकता है. अब उन्हीं यादों को दोबारा दौहराने का वक़्त आ गया है. सचिन का जादू इस बार क्रिकेट मैदान में नहीं सिनेमाघर में चलेगा. Sachin: A Billion Dreams का निर्देशन James Erskine ने किया है और फ़िल्म 26 मई 2017 को रिलीज़ हो रही है.