जो औरत का दर्द नहीं समझता, भगवान उसे मर्द नहीं समझता

किसी फ़िल्म के ट्रेलर में अगर डायलॉग में ये लाइन हो, तो आधे आदमी वैसे ही बुरा मन जाएंगे. वैसे, बुरा मानने वाली ऐसा कोई बात नहीं है. अक्षय कुमार की फ़िल्म, ‘Padman’ के चर्चे ही हो रहे थे, कि एक फ़िल्म का ट्रेलर आ गया. फ़िल्म का नाम है ‘फुल्लु’.

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कहानी है एक ऐसे आदमी की, जो औरतों की सबसे बड़ी ‘Problem’ के लिए समाज से लड़ रहा है. Periods. जिसका नाम सुन कर ही आधे घिन्ना जाते हैं और आधे ऐसी बातें करते हैं, जैसे ये कोई हौव्वा हो.

इस देश को आज़ाद हुए इतने साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी महिलाएं आज़ाद नहीं हैं. वो आज़ाद नहीं हैं, इस नॉर्मल Phenomenon के बारे में खुले में बात करने के लिए, वो आज़ाद नहीं हैं दुकानों से काली पन्नी के बिना Sanitary नैपकिन लाने के लिए. आज़ादी छोड़िये, यहां उनकी Hygiene की किसी को नहीं पड़ी.

फुल्लु कहानी है एक ऐसे ही आदमी की, जो औरतों के इस हक़ के लिए लड़ने की कोशिश कर रहा है. हर समय की तरह, उसके गांववाले उसे ‘बिगड़ा हुआ’, ‘छिछोरा’, ‘पागल’ समझ कर उसका गांव निकाला करने पर तुले हैं, लेकिन उसने ठानी है कि वो महिलाओं की इस आज़ादी के लिए सब कुछ करेगा. वो औरतों के लिए Sanitary Pads बनाएगा.

https://www.youtube.com/watch?v=RHcRyC0mg4U

फ़िल्म का ट्रेलर बहुत Promising है और इसमें फुल्लु बने हुए हैं, फ़िल्मिस्तान वाले शारिब हाशमी और फ़ीमेल लीड हैं, ज्योति सेठी. फुल्लु 16 जून को रिलीज़ हो रही है.